Sunday, 27 September 2020

ग्रीन एक्शन वीक ( जी ए डब्ल्यू) 28 सितम्बर से 4 अक्टूबर तक मनाया जाएगा

 

कोरोना महामारी के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए सतत उपभोग अंतर्गत अभियान 28 सितम्बर से चलाया जाएगा, ग्रीन एक्शन वीक ( जी ए डब्ल्यू) अक्टूबर के पहले सप्ताह ( 28 सितम्बर से 4 अक्टूबर 2020) तक प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है | स्थाई खपत को बढ़ावा देने के लिए यह एक वैश्विक अभियान है जिसे भारत के अलावा आफ्रीका,एशिया, यूरोप,उत्तर और दक्षिण अमेरिका के 40 देशों के लगभग 60 संगठन इस वर्ष इस अभियान में भाग ले रहे है | ग्रीन एक्शन वीक स्वीडिश सोसाइटी फार नेचर कंजर्वेशन (SSNC) द्वारा एक पहल  है  जिसे कट्स इंटरनेशनल संस्था द्वारा भारत द्वारा में संचालित किया जा रहा है |

इस अभियान का विषय “ समुदाय का साझाकरण 2020 ” है | वर्ष 2018 से इस अभियान के तहत हमारे देश की सहयोगात्मक व आपस में लेने करने की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से केन्द्रित किया गया | इस वर्ष सहयोग व साझाकरण के माध्यम से लोगों के बीच अभियान के उन तरीकों पर चर्चा कर क्रियान्वित करेंगे जो सामान व सेवाओं के लिए स्थाई पहुँच ला सके |

इस महामारी के प्रकोप के कारण स्थाई उपभोग पर गंभीर व नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है | महामारी ने प्लास्टिक की खपत में जबरदस्त वृद्धि की है जैसे मास्क, दस्ताने,फेस शील्ड,पीपीई किट,सेनेटाईजर बोतल आदि के बढ़ाते उपयोग के कारण भारत में सिंगल उपयोग प्लास्टिक ने बड़ी वापसी की है | 2020 में प्लास्टिक कचरा 9.4 मिलियन टन होने की उम्मीद है | चूंकि काम और शिक्षा आनलाइन हो गई है जिससे इलेक्ट्रानिक उपकरणों में बेतहाशा वृद्धि हुई है | केरल राज्य में लेपटाप की बिक्री में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और राजस्थान में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है | यह अनुमान है कि भारत 2021 तक 5.2 मिलियन टन कचरा उत्पन्न करेगा | सार्वजनिक वाहनों की कमी और भौतिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग ) मानदंडों के कारण निजी वाहनों का उपयोग पूर्व महामारी के स्तर से अधिक हो गया है | जैविक उत्पादों के उपादन और खपत में 70 से 80 % की वृद्धि हुई है, क्योकि उपभोक्ता प्रतिरक्षा को वायरस से लड़ने के लिए गोला बारूद मानते है | कट्स इंटरनेशनल के निदेशक श्री जार्ज चेरियन के मुताबिक़ इस वर्ष अभियान इन मुद्दों में से कुछ को संबोधित करने पर ध्यान केन्द्रित करेगा |

ग्रीन एक्शन वीक अभियान के संचालन के लिए कट्स इंटरनेशनल 12 राज्यों में 12 संगठनो के माध्यम कर रहा है जिन राज्यों में यह अभियान संचालित किया जा रहा है उनमें छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, असम, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, कर्नाटका,तमिलनाडु और केरल शामिल है |

कट्स इंटरनेशनल के निदेशक श्री चेरियन जी ने बताया कि यह अभियान स्थाई उपभोग पर काम करने वाले संगठनो का एक नेटवर्क बनाने में मदद करेगा और रिकवरी योजनाओं के लिए सामूहिक वकालत को मजबूत करेगा जो वर्तमान रुझानो को उलट देगा और खपत के पैटर्न को अधिक टिकाऊ भविष्य की ओर बदल देगा | 
छत्तीसगढ़ में अभियान का संयोजन श्री संजय शर्मा जी द्वारा किया जाएगा |

Green Action Week (GAW) to be observed from Sept. 28 to Oct. 4

 


Campaign to focus on addressing the negative impact of Pandemic on Sustainable Consumption

Sept. 28, 2020

Green Action Week (GAW), observed each year during the first week of October (Sept 28-Oct. 4, 2020), is a global people’s campaign to promote sustainable consumption. Around 60 organisations in 40 countries in Africa, Asia, Europe, North- and South America are participating in the campaign in 2020. Green Action Week is an initiative by the Swedish Society for Nature Conservation (SSNC) and is carried out in India coordinated by CUTS International, a global consumer advocacy group, headquartered in Jaipur.

“Sharing Community is the theme for the campaign in 2020. Since 2018, campaign has focused on encouraging cultures of sharing and collaboration. This year campaign will discuss and implement ways that can bring more equal and sustainable access to goods and services for the befit of the people and the planet, through sharing and collaboration. 

“This year’s campaign is positioned in the context of the pandemic, which has severe negative impact on sustainable consumption. The pandemic had resulted in tremendous increase in plastic consumption; single-use plastic has made a big comeback in India due to increased use of masks, gloves, face shields, PPE kits, sanitizer bottles etc. The plastic waste is expected to be 9.4 million tons in 2020. Since work and education had gone online, use of electronic gadgets increased tremulously, sale of laptops in the state of Kerala itself increased by 400 percent and in Rajasthan increased by 200 percent. It is estimated that India will generate 5.2 million tons of e-waste by 2021. Use of personal vehicles, due to lack of public transport and physical distancing norms, increased to more than the pre pandemic levels. There is 70-80% increase in the production and consumption of organic products, as consumers consider immunity as ammunition to fight the virus. This year the campaign will focus on addressing some of these issues, said George Cheriyan, Director, CUTS International.

CUTS International is partnering and supporting 12 organisations in 12 states, for conducting GAW campaign. The partnering states are: Delhi, Uttar Pradesh, Uttarakhand, Chhattisgarh, Madhya Pradesh, Assam, Odisha, Andhra Pradesh, Karnataka, Tamil Nadu and Kerala in addition to Rajasthan. This will help in creating a network of organisations working on sustainable consumption and strengthen the collective advocacy for rebuilding recovery plans that will reverse current trends and change the consumption patterns towards more sustainable future, said Mr. Cheriyan. 

                                                                                                                                               Sanjay Sharma

                                                                                                                                               State Convener

                                                                                                                                     Green Action Week 2020

                                                                                                                               Sector-3, DDU Nagar Raipur C.G.

                                                                                                                                             Mobil-9754332440

 

Saturday, 26 September 2020

क्षणिक मुलाकात ने ही प्रभावित कर दिया

कुछ काम से प्रभावित करते है,कुछ व्यक्तित्व से, कुछ अपने व्यवहार से, कुछ प्रतिभा से । हर व्यक्ति का अलग अलग गुण व व्यक्तित्व होता है । कल से ही मुझे लगा कि समाज सेवा के क्षेत्र में जिन जिन लोगों ने भी प्रभावित किया है उनके बारे में थोड़ा कुछ लिखू । बहुत सारे नाम सामने आए जसमे ग्राम के लीडर से लेकर सामाजिक क्षेत्र के सम्मानित जन भी शामिल है । एक एक कर उन सभी के बारे में जरूर लिखूंगा । और अपने इस लेखन की पहली कड़ी में एक ऐसे सख्सियत का नाम है जिनसे मैं चलते चलते मिला कोई परिचय नही हुआ सिर्फ आमना सामना हुआ और अभिवादन हुआ बस । फिर क्या था वो दिन और आज का दिन आज मैं उनके बारे में लिखने बैठ गया । बस आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते है कि कितना प्रभावित किए होंगे । 
यह बात है पिछले वर्ष की हम SDG को लेकर एक राज्य स्तरीय कार्यशाला की तैयारी कर रहे थे । मुख्यमंत्री उस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे चर्चा गंभीर थी तो ऐसे लोगों को बुलाना था जो इस विषय पर सार्थक बातें रख सकें । हमे लगा UNICEF  के राज्य प्रमुख को भी आमंत्रित करना चाहिए । फिर क्या हम UNICEF आफिस पहुँच गए। हम वहां किसी को नही जानते थे । लेकिन साथ मे योगेंद्र प्रताप सिंह जी थे तो उन्होंने बताया कि उनके परिचित कुछ लोग है तो दिक्कत नही है । 
हम 26 वर्षो से सामाजिक क्षेत्र में कार्य कर रहे है । हम UNICEF के दिल्ली आफिस भी गए है और एक दो बार रायपुर आफिस भी लेकिन किसी से बहुत पहचान नही बन पाई ।
खैर हम और योगेंद्र भाई यूनिसेफ आफिस पहुचे गेट पर रजिस्टर में नाम दर्ज किया और उनका आई डी कार्ड लिए और जैसे ही अंदर जाने के लिए मुड़े सामने से दो लोग आते दिखाई दिए । उसमे से एक साथी हम लोगों को देखकर मुस्कुराए और एक साथ मुस्कुराने के साथ ही अपना हाथ आगे बढ़ा दिए । हमने भी हाथ बढ़ा कर उनसे हाथ मिलाया वो फिर बाहर चले गए तब गार्ड से हमने पूछा कि कौन थे तो गार्ड ने बताया कि यूनिसेफ के नए हेड है, Shri Job Zachariah अभी अभी आए है । हम सोच में पड़ गए यूनिसेफ के राज्य प्रमुख जिनसे मिलने के लिए हम आए थे अपॉइंटमेंट लेकर वो इतने विनम्रता के साथ हाथ मिलाकर निकले की, हम दोनों अचंभित खड़े रहे । 
बाद में हम आफिस में गए एक मैडम को पत्र दिया मिलना चाह रहे थे पर वहां नही होने से मुलाकात नही हो पाई तो मैडम ने ही किसी से बात कर बताया कि वे कार्यक्रम में नही आ पाएंगे । 
हम लोग वापस निकलने लगे तो फिर उसी गेट पर पुनः: मुलाकात हुई और क्या संयोग है कह कर मुस्कुरा दिए । और वे अपने ऑफिस में चले गए हम लोगों से बात नही हुई ।
कार्यशाला में नही आएंगे इसका अफसोस तो हुआ लेकिन उनके चंद सेकेंड के व्यवहार ने आकर्षित किया ।
 
उसके बाद एक दिन हमने फेसबुक पर उनकी प्रोफ़ाइल देखी मैंने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा उन्होंने उसी दिन रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लिया । 
फेसबुक से जुड़ने के बाद उनकी पोस्ट को देखा रोज अलग विषयों पर अच्छी जानकारी साझा कर तथा लाइव कार्यक्रम के माध्यम से अपनी बातों को सबके सामने रखना । अलग -अलग विषयो पर बातों को रखना स्थानीय भाषा मे लोगों के बीच बातों को रखना उनके जुझारूपन और कर्तव्यपरायणता को दर्शाता है । उनका ऐसा प्रयास मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं नियमित इनके पोस्ट को फालो करता हूँ । कल ही मैंने उनके एक पोस्ट पर ही लिखा कि मैं मिलना चाहता हूं तो उन्होंने त्वरित अपनी सहमति दी । जब भी मुलाकात होगी बहुत यादगार क्षण होगा ऐसा मुझे लगता है बहुत सीखने को मिलेगा । ऐसे व्यक्तित्व के फेसबुक में जुड़ा हूं यह मेरे लिए गर्व की बात है ।
संजय शर्मा- निदेशक * अनमोल फाउंडेशन
#JobZachariah

Tuesday, 22 September 2020

MHH विषय पर प्रशिक्षण वेबीनार

अनमोल फाउंडेशन द्वारा The water supply & sanitation collaborative council ( WSSCC) व The global Interfaith WASH alliance के संयुक्त तत्वावधान में Menstrual Health & Hygiene (MHH) विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण वेबीनार का आयोजन किया गया । जिसमें राज्य में उक्त विषय पर कार्यरत स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक श्रीमती सुरेशा लाम्बे महाराष्ट्र व श्रीमती वंदना शर्मा जी जीवा से रही । कार्यक्रम का संयोजन श्री रोहित बिजवान ने किया । 

भाटापारा में चिराग द्वारा सामुदायिक गतिशीलता कार्यक्रम आयोजित

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नई दिल्ली एवं  छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के सहयोग से  चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी अम्बिकापुर द...