Friday, 9 August 2024

रायपुर के पर्यावरण प्रेमियों का पानी बचाने अनोखा संदेश

मेटल पार्क रायपुर में उद्यमिता से जुड़ी महिला समूह व पुरुष साथी के साथ मिलकर पर्यावरण बचाने सतत संघर्ष कर रहे है । इन्होंने प्रकृति की ओर सोसाइटी व ग्रीन गो नामक संस्थान का गठन कर । शहर को हरा भरा करने का लगातार प्रयास कर रहे है । साथ ही पानी बचाने का भी संदेश देते नजर आए । 
पानी बंचाने का अनूठा तरीका इस्तेमाल कर संदेश दे रहे हैं जिसमे बरसात में भीगते हुए छतरी को उल्टा कर लोगों को संदेश दे रहे है कि जल को छतरी नुमा गड्ढा बना कर एकत्र कीजिए व जिस प्रकार छतरी से बून्द बून्द पानी नीचे गिर रहा है ठीक उसी तरह बून्द बून्द पानी का उपयोग कीजिए । 
यह बहुत महत्वपूर्ण संदेश है लोगों को प्रेरित करने के लिए । पानी बचाना है तो लोगो को जागना होगा और जगाना भी होगा तभी पानी संचय होगा । 
इस पर कार्यक्रम में गो ग्रीन से अलका भार्गव, तूलिका पांडेय, प्रवीण नायडू, मनीष अग्रवाल चरणजीत सिंह, लेखा पांडेय, वर्षा अग्रवाल, अमर्शा ओहरी, रेणु गुप्ता,गौरी मिश्रा, प्रकृति की ओर सोसाइटी से मोहन वर्ल्यानी जी , स्पर्श से डॉक्टर पुरुषोत्तम चन्द्राकर, अनमोल फाउंडेशन से संजय शर्मा व अन्य शामिल रहे । 
https://youtube.com/shorts/nxSIpyWnAx4?si=0Mn1YZU20yy7DZwx 

Tuesday, 6 August 2024

पचास से ज्यादा किस्म के बांस का रोपण अपने नर्सरी में करके बांस को बढ़ावा दे रहे बम्बू प्रेमी मोहन

आपने वृक्ष मित्र का सुना होगा, पर्यावरण या प्रकृति प्रेमी शब्द सुना होगा। अपने नदी प्रेमी भी सुना होगा लेकिन क्या आपने बांस प्रेमी का नाम सुना है कहीं अगर हां तो कमेंट्स बॉक्स में जरूर बताइएगा । 

मैं पहली बार मिला छत्तीसगढ़ के बांस प्रेमी मोहन वर्ल्यानी जी से जो पेशे से तो इलेट्रिक सामानों के व्यवसाय से जुड़े है । लेकिन अपने व्यस्ततम समय मे से समय निकाल कर सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते है । इसके साथ - साथ प्रकृति का प्रेम इनके सर चढ़कर बोलता है । 
इन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर *प्रकृति की ओर सोसायटी* नामक स्वैच्छिक संस्था का निर्माण कर रायपुर शहर में हरियाली लाने का बीड़ा उठाए हुए है । ये वृक्षारोपण के माध्यम से लोगों को प्रेरित कर रहे है इसके अलावा हर साल फ्लावर मेला आयोजित कर लोगों को प्रकृति से जोड़ने का हर सम्भव कोशिश करते आ रहे है । इसके अलावा आम मेला का आयोजन राष्ट्रीय स्तर का रायपुर में शासन का समन्वय लेकर करते है । इनके कार्यों को काफी सराहना मिलती है । जो भी करते है दिल से करते हैं । 
कोरोना के बाद इन्हें बांस प्रेम ने जकड़ लिया इसके लिए इन्होंने रायपुर से लगभग 20 से 30 किलोमीटर दूर दुर्ग जिले के खपरी गिरहौला ग्राम में बड़े स्तर पर 50 से ज्यादा किस्मों के बांस लाकर नर्सरी तैयार किया जो अब ढाई साल में एक बहुत अच्छा बम्बू पार्क तैयार हो गया । छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला होगा जो बांस का नर्सरी लगाया गया है । शासन के लोग इनके इस कार्य से बहुत खुश है और सराहना करते थकते नही । 
भविष्य में ये इसे एक उद्यम की तरफ देखना चाहते ताकि बांस बहुत से परिवारों का रोजगार का माध्यम बन सके । बांस की खेती के साथ साथ बांस से बनने वाले उत्पाद व उसे बिक्री के लिए एक बड़े बाजार की स्थापना हो ये इनका सपना है । 
सपने को पूरा करने के लिए दिन रात संघर्ष कर रहे है इनके इस कार्य से इनकी एक अलग ही पहचान बनी हुई है मित्र दोस्त परिवार हर कोई इनकी तारीफ करता है । यही तारीफ इन्हें मजबूती देता है और आगे बढ़ने की प्रेरणा भी । 
आप इन्हें नीचे दिए गए वीडियो लिंक पर जुड़ सके हैं 
https://youtu.be/bQjg8LW_4lk?si=KvRzZG_Fp85RpKfG 

भाटापारा में चिराग द्वारा सामुदायिक गतिशीलता कार्यक्रम आयोजित

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नई दिल्ली एवं  छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के सहयोग से  चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी अम्बिकापुर द...