कुशा भाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय की MSW फाइल वर्ष की छात्रा रूमाना खान अपने निवास स्थान अम्बिकापुर में अपने पढ़ाई के दौरान सीखे गए समाज सेवा को जमीन पर कर दिखाने का मौका छोड़ना नही चाहती ।
कोरोना महामारी की वजह से विश्वविद्यालय बन्द कर दिया गया जिसके बाद ये और इनके सभी साथी अपने अपने घरों को चले गए लेकिन जब इन्हें पता चला कि इस महामारी में तो समाज सेवकों की ज्यादा भूमिका है तो ये अपने गृह क्षेत्र में ही लोगों के बीच जाकर निशुल्क मास्क वितरण कर रही है साथ ही लोगो को समझाइश भी दे रही है कि घर मे रहे शोशल डिस्टेंस को मेंटेन करें। हाथ साफ करते रहे ।
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