जलवायु परिवर्तन में रायपुर शहर भी पीछे नही है इस शहर में स्टील इंडस्ट्री, भारी संख्या में वाहनों की आवाजाही, धूल आदि के कारण भारी प्रदूषण होता है। यहां विकास के नाम पर लगभग सभी पेड़ों को काट दिया गया। शहर में पीने का पानी धमतरी जिले में स्थित गंगरेल डेम से लाया जाता है । शहरों से धीरे - धीरे पक्षियों की संख्या नही के बराबर हो गई ।
इन्ही सब बातों और समस्याओ को ध्यान में रखते हुए आई जी एस एस एस रायपुर ने शहर के संतोषी नगर, कोटा आदि लगभग 20 छोटे छोटे मोहल्लों में पानी बचाने, पक्षियों को संरक्षित करने, प्रदूषण रोकने, वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने, प्लास्टिक से मुक्ति हेतु दीवाल लेखन, नुक्कड़ नाटक, रैली के माध्यम से जन जन तक जागरूकता का संदेश पंहुचा रहे हैं ।
संस्थान द्वारा चलाए जा रहे अभियान ने युवाओं ने बड़ी भूमिका निभाई है जिससे लोग अभियान में सक्रियता के साथ जुड़ रहे हैं ।
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