Sunday, 13 March 2022

महिलाओं को सशक्त बनाना ही जीवन का लक्ष्य - हेमल कामत

महिलाओं के लिए घर से बाहर निकल कर काम करना कितना मुश्किल होता है यह हर कोई जानता है | इतना आसान नही होता घर से बाहर निकल कर कार्य करना | लेकिन आज महिलाएं ,बालिकाएं कठिनाइयों के बावजूद उसे चुनौती के रूप में स्वीकार कर बाहर निकल कर पुरुषों के बीच कंधे से कंधा मिलाकर कर कार्य कर रही है और सफलता भी अर्जित कर रही है | इसी ही एक उदाहरण हमारे सामने है मध्यप्रदेश के इंदौर की रहने वाली हेमल कामत | मध्यप्रदेश में स्वैच्छिक जगत में एक जाना मना नाम है , जिन्हें आज स्वैच्छिक जगत में देश के कोने कोने में जाना जाता है | वर्तमान में कांसेप्ट सोसाइटी की संस्थापक सचिव व निदेशक होने के साथ – साथ वाणी नई दिल्ली की कार्यकारी सदस्य है| इनका जन्म 5 जून 1973 को हुआ है | इन्होने डीएव्हीव्ही इंदौर से एम.ए. (समाज कार्य),एआईआईएमएस मद्रास से मानव संसाधन विकास विषय में डिप्लोमा, कम्प्यूटर एप्लीकेशन में एडवांस डिप्लोमा कोर्स व योगा रत्न में डिग्री लिया है | पिछले 23 वर्षो से समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रही है इन्होने 2017 में राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर महिला एचीवर एवार्ड प्राप्त किया है | महिलाओं के सशक्तिकरण व उत्थान की दिशा में लगातार प्रयासरत है | इन्होने कांसेप्ट सोसाइटी के साथ जुडकर 2500 से ज्यादा महिलाओं की आजीविका, उनके अधिकार, उनमे नेतृत्व क्षमता विकास हेतु कार्य किया | जिससे महिलाओं को रोजगार प्राप्त हो रहा है वे नेतृत्व में आगे आ रही है | हेमल कामत जी ने महिलाओं की सेवा कर समाज में राष्ट्र में एक उदहारण पेश किया है जो आने वाली पीढी की बालिकाओं के लिए सीख लेंगी ही लेकिन वर्तमान में उनके कार्यक्षेत्र की महिलाएं व बच्चियां इनके साथ मिलकर अपने आपको को मजबूती प्रदान कर रही है अपने परिवार को सशक्त बना रही है |

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