बिहार
राज्य के वैशाली जिला अंतर्गत लालगंज प्रखंड पुरखौली पंचायत के समसपुरा गाँव में
रहने वाली चैती देवी का दिनांक ६ जनवरी २०१६ को भूख से मौत के खबर की वास्तविक
स्थिति का पता लगाने हेतु स्वेच्छिक संस्थाओं की ओर से जांच दल का गठन किया गया
जिसमे मानव अधिकार संगठन पैरवी नई दिल्ली के दीनबंधू वत्स जवाहर ज्योति बाल विकास
केंद्र समस्तीपुर से सुरेन्द्र कुमार, बिहार लोक अधिकार मंच समस्तीपुर से सुश्री
सोनाली कुमारी ,समाजवादी महिला महा सभा समस्तीपुर से श्रीमती अंजू कुमारी ,अखंड
एकता समस्तीपुर के निदेशक श्री राजीव गौतम व औलिया ,अध्यात्मिक अनुसंधान केंद्र
वैशाली के सचिव श्री रामकृष्ण को शामिल किया गया |
यह
दल दिनांक २५ जनवरी २०१६ को ग्राम समसपुरा पहुच कर वहा के प्रधान शिक्षक ,वार्ड
सदस्य व कई अन्य ग्रामीण महिला पुरुषो से चर्चा किए |
चर्चा
से यह पता चला की चैती को उसका पति ५ वर्ष पूर्व उसे छोड़ कर चला गया उसके बाद से
उसका मौसेरा भाई उसका व उसके तीन बच्चो का पालन पोषण करता था बाद में उसका बड़ा बेटा जो की १२ वर्ष का था
झारखण्ड राज्य में जाकर ताड़ी बेचने के काम में लग गया | जिससे कमा कर अपनी माँ व
भाई बहन का पेट भरता था |
समसपुरा
ग्राम में शासन की कोई भी योजना सही तरीके से संचालित नहीं हो रही है राशन दूकान
वर्ष में सिर्फ ४ या ५ बार ही खुलता है , सभी के राशन कार्ड डीलर के पास ही रखे
रहते है | अनाज भी कम मात्रा में देता है
बोलने पर लोगो को डराता धमकाता है | आंगनबाडी भी सही तरीके से संचालित नहीं होती
मनरेगा योजना के बारे में लोगो को कुछ भी नहीं पता | सरकार द्वारा घोर उपेक्षा किए
जाने के कारण ही बच्चो को बाल मजदूरी करनी
पद रही है व लोग भूखे मरने को मजबूर है |
साभार :
सुरेन्द्र कुमार (सचिव)
जवाहर ज्योति बाल विकास
केंद्र ,समस्तीपुर