*जन जुड़ाव* अनमोल फाउंडेशन द्वारा संचालित एक ऐसा मंच है जो जमीनी स्तर किए जा रहे छोटे छोटे स्वेच्छिक प्रयासों की सफल कहानियों, शासकीय योजनाओं व जनहित से जुडी कानूनी जानकारियों को संग्रह कर प्रसारित करने हेतु तैयार किया गया है
Friday, 28 August 2020
सिरकोतंगा में वरिष्ठ नागरिकों को इम्युनिटी बूस्टर वितरित
Tuesday, 25 August 2020
वरिष्ठ नागरिकों को इम्युनिटी बूस्टर वितरित किया
Friday, 21 August 2020
पर्यावरण जागृति हेतु चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
बच्चो ने दिखाई चित्रकला के माध्यम से प्रदूषण की चिंता - पर्यावरण प्रदूषण
Thursday, 20 August 2020
पर्यावरण सप्ताह के तहत वृक्षारोपण अभियान संपन्न
पर्यावरण जागरूकता हेतु पर्यावरण सप्ताह का आयोजन
कार्यक्राम को राज्य स्तर पर संयोजन सुश्री वैशाली डडसेना, सुश्री रूमाना खान, सुश्री अनुभूति चंद्राकर, सुश्री दीपांजली पाटले, सुश्री प्राची उपाध्याय व डाली टंडन कर रही है राज्य में अलग अलग जिलों में सहयोगी स्वैच्छिक संस्थाओं में श्रीमती ज्योति गुप्ता तेजस्विनी फाउंडेशन भिलाई,श्री दौलत राम कश्यप व श्री चन्द्रकांत आस्था समिति कबीरधाम, श्री राकेश राय ग्राम अधिकार मंच सरगुजा, विनय सोनी (NV) बलरामपुर व योगेन्द्र प्रताप सिंह राजनांदगांव मिलकर अभियान को आगे बढ़ा रहे है |
कार्यक्रम में हिस्सा लेकर बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को अनमोल फाउंडेशन की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा | प्रतियोगिता में सभी वर्ग के साथी भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते है बच्चो व् युवाओं को प्रकृति से जोड़ने के लिए संस्था विशेषकर भागीदारी कर रही है |
Tuesday, 18 August 2020
नई उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 की कुछ मुख्य बातें
देश
का हर नागरिक एक उपभोक्ता है यह सब जानते है उपभोक्ताओं का शोषण भी बहुत होता है
और वे चुपचाप रहते है कुछ कर नही पाते यही स्थिति को देखते हुए | उपभोक्ताओं को
शोषण से बचाने उन्हें न्याय दिलाने हेतु शासन ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनयम सबसे
पहले 1986 में बनाया जिसके तहत जिले राज्य व केन्द्रीय स्तर पर जिला उपभोक्ता
फोरम, राज्य उपभोक्ता आयोग व केन्द्रीय उपभोक्ता अथारिटी के माध्यम से लोगों को
उनके हित के लिए न्याय दिलाने की व्यवस्था बनाई गई थी जिसके माध्यम से लोग अपने
अधिकारों के लिए आवाज उठाकर न्याय ले पा रहे थे | लेकिन जैसा की सभी जानते है
न्याय पाना इतना आसान नही होता आज भी लोग पुरी प्रक्रियाओं को नही समझते या यूँ
कहे कि उपभोक्ता अधिनियम के सम्बन्ध में जितनी जागरूकता होनी चाहिए थी उतनी
जागरूकता नही थी और जो जागरूकता थे वे भी कठिन व समय लेने वाली प्रक्रियाओं के
चलते उसका लाभ लेने से बचते रहे जिसका फायदा व्यापारी वर्ग हमेशा उठाता आया और आज
भी उठा रहे है |
नई
उपभोक्ता संरक्षण कानून के आने से सवाल बहुत सारे उठ रहे है स्वाभाविक है सवाल उठना
क्या नया कानून सही समय पर न्याय दिला पाएगा ? क्या आम आदमी भी आसानी से न्याय पा
सकेगा ? क्या लोग नए कानून को जान सकेंगे इसका लाभ ले सकेंगे आदि बहुत से सवाल मन
में उठ रहे है इसी परिपेक्ष्य में हम इसे संक्षेप में समझाने का प्रयास करते है ?
नई
तकनीकों के आने से खासकर जब ई कामर्स बाजार में आया और धीरे धीरे करके एक बड़ा
बाजार बन कर उभरा तब उपभोक्ता कानून में संसोधन की आवश्यकता महसूस होने लगी | वही
दुसरी ओर मिलावटखोरी धोखाधड़ी के कारण भी कानून को सख्त करना व उपभोक्ताओं के लिए
सरल करना जरुरी समझा जाने लगा ताकि उपभोक्ता न्याय के लिए भटकता न रहे |
नई
उपभोक्ता संरक्षण कानून का उद्देश्य – उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा, अनुचित
व्यापारिक गतिविधियाँ, भ्रामक विज्ञापनों और उपभोक्ता अधिकारों के उल्लघन को
देखेंगे |
नई
उपभोक्ता कानून की कुछ विशेष बातें जो इस प्रकार है
नई
उपभोक्ता संरक्षण कानून 2019 बनाया गया जिसे 20 जुलाई 2020 को लागू किया गया, अभी
इस कानून को लेकर ज्यादा जागरूकता नही हो पाई है क्योकि कोरोना महामारी के समय में
इसे लागू किया गया है और इस समय सारा देश कोरोना संक्रमण से निपटने में लगा हुआ है
| कोरोना महामारी के दौरान ही बहुत सारी शिकायते आ रही है व्यापारियों के मनमाने
कीमत वसूलने के इन सबके बीच इस कानून का आना उभोक्ताओं के लिए राहत है ऐसा
विशेषज्ञ सब मान रहे है : –
इस
कानून से उपभोक्ता कि शिकायत का त्वरित निवारण होगा,
आनलाइन
कारोबारी अब उभोक्ताओं के हित की अनदेखी नही कर सकेंगे |
भ्रामक
विज्ञापन पर सख्त कार्यवाही हो सकेगा,
भ्रमित
करने वाले विज्ञापन और सेलेब्रेटी इंडोर्सस पर भी सरकार रोक लगाएगी
भ्रामक
विज्ञापन पर धारा 2 (28) के तहत 10 लाख रुपए तक का जुर्माना लगा सकता है
किसी
भी उपभोक्ता अदालत में मामला दर्ज किया जा सकेगा,
विवादों
का निपटारा तत्काल प्रभाव से किया जा सकेगा इसके निपटारे के लिए मध्यस्तता की बात
भी गई है |
उपभोक्ता
अदालत के साथ – साथ केन्द्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) के गठन का
प्रावधान रखा गया है |
जिला
कंज्यूमर फोरम / जिला कमीशन में 1 करोड़ रुपए तक के प्रकरण दाखिल होंगे
राज्य
आयोग में 1 करोड़ से 10 करोड़ रुपए तक के प्रकरण दाखिल हो सकेंगे और
10
करोड़ से उपर के सभी प्रकरण केन्द्रीय प्राधिकरण में दाखिल हो सकेंगे
संजय
शर्मा
निदेशक
अनमोल
फाउंडेशन
Friday, 14 August 2020
स्वतंत्रता दिवस पर सन्देश- संजय शर्मा
साथियों हम सब मिलकर आज 15 अगस्त 2020 को भारत वर्ष यानि कि अपने देश की आजादी की 74वीं वर्षगांठ मना रहे हैं | प्रत्येक वर्ष हम इस आजादी के दिन को त्योहार की तरह काफी उत्साह व हर्षोल्लास के साथ मनाते आएं है | इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है | हम सब देश की रक्षा व अखंडता हेतु कोरोना वाइरस को हारने हेतु स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आजादी का जश्न भी मना रहे है |
आज से 74 वर्ष पूर्व अंग्रेज हम पर शासन कर रहे थे कई आंदोलनों व लड़ाई लड़ने के बाद यह आजादी हमे मिली है | हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिए है तब यह आजादी हमे मिली है | हमारे पूर्वजों के त्याग संघर्ष व बलिदान के कारण हमे आजाद भारत में जन्म लेने का अवसर मिला है | हमारा दायित्व बनता है कि देश को विकास की दिशा में आगे ले जाने में हम भी दिल से भूमिका निभाएं |
हम आज जन जुड़ाव के फेसबुक पेज में लाइव आने के लिए मन में एक ही सवाल था कि बचपन में हम कैसे 15 अगस्त माने थे, इस दिन स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों में ध्वजारोहण किया जाता है. अपने स्कूलों व कालेज के दिनों में सुबह सुबह बिना किसी के उठाए जल्दी उठाना तैयार होकर स्कुल कालेज में पहुचना झंडा फहराना, स्काऊड के रूप में भी मै शामिल होता रहा, जब शरीर स्काउट की ड्रेस होती थी तो अपने आप जवानों सा जज्बा भर जाता था परेड ग्राउंड में खड़े – खड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम,शासकीय विभागों द्वारा प्रदर्शित झलकियाँ आदि कार्यक्रम देखते रहते | इस अपने आप दिन गर्व से सीना चौड़ा जाता रहा है जब देश भक्ति गीत कानों में गूंजती है तो अपने आप गाने के बोल जबान पर आ जाते है और जोश भर जाता है |
आज जब आजादी के इस जज्बे को याद करते है तो मन उमंग से भर जाता अब जब आजादी के सिपाहियों उनके कुर्बानियों को याद कर देश के लिए कुछ करने को मन होता है | अब हम आजाद है लेकिन देश को अभी हम सबकी जरूरत है विकास के नजरिए से |
आज देश में कोरोना संक्रमण से निपटने में सहयोग की जरुरत है, पर्यावरण की सुरक्षा, देश की जैव विविधता को बनाए व बचाए रखने की, हमारी संस्कृति व परम्परा को सहेजने की, हमारी प्राकृतिक धरोहरों को सुरक्षित रखने की | इससे भी अधिक उन सभी भाइयों को साथ लेकर चलने की जो आर्थिक दृष्टि से, सामाजिक दृष्टि से या शिक्षा की दृष्टि से पीछे रह गए है उन्हें भी साथ लेकर चलना हमारा कर्तव्य व दायित्व बनता है | आइए आज संकल्प ले देश के विकास में पूर्ण सहभागिता व सहयोग करेंगे
जय हिन्द
संजय शर्मा
भाटापारा में चिराग द्वारा सामुदायिक गतिशीलता कार्यक्रम आयोजित
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नई दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के सहयोग से चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी अम्बिकापुर द...
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जमीनी स्तर पर कार्यरत स्थानीय स्वैच्छिक संस्थाओं की चुनौतियां -भारत में सदियों से सेवा भाव का स्वरुप इतिहास में पढ़ने को मिलता है, जब देश आजा...
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औद्योगिक क्रांति के नाम पर जो जंगलों व वनों तथा नदी का संहार हो रहा है उससे तो लग रहा है कि इस भीषण गर्मी से राहत मिलने नामुमकिन है । हां तभ...
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आपने वृक्ष मित्र का सुना होगा, पर्यावरण या प्रकृति प्रेमी शब्द सुना होगा। अपने नदी प्रेमी भी सुना होगा लेकिन क्या आपने बांस प्रेमी का नाम सु...