छत्तीसगढ़ में जमीनी स्तर पर कार्यरत स्वैच्छिक संस्थाओं की ऑनलाइन बैठक * वर्तमान चुनौतियों* के सम्बंध में आयोजित की गई । जिसमें 15 जिलों से 42 स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।
पिछले कुछ समय से जमीनी स्तर पर कार्य करने वाली स्वैच्छिक संस्थाएं कई चुनौतियों का सामना कर रही है जिसमे वित्तीय सहायता, नियमों में रोज नए नए संसोधन वर्तमान आदि महत्वपूर्ण मुद्दे हैं । इसके अलावा जमीनी स्तर की संस्थाओं की स्वंय की तैयारी इन सब चुनौतियों से सामना करने की नही है । काफी सारी संस्थाएं मानती है कि बड़ी दानदाता संस्थाओं के जो मापदंड होते परियोजना के संबंध में उस स्तर की न तो प्रोजेक्ट बनाने की क्षमता है और न ही उस स्तर का रिपोर्ट तैयार है । इस स्थिति में फंड लाना बहुत ही मुश्किल है। इन्ही सब बातों पर चर्चा के लिए आज की बैठक आहूत की गई ।
आज की बैठक में हुई चर्चा के बिंदु आपको साझा कर रहा हूँ । जिसमे प्रमुख बातें निम्न है :-
1- ऑफलाइन बैठक का आयोजन रायपुर में तत्काल किया जाए । जिसके लिए जुलाई के प्रथम सप्ताह या द्वतीय सप्ताह में आयोजित किया जाए । इसके पश्चात संभाग व जिले स्तर पर बैठक का आयोजन किया जाए ।
2- दानदाता संस्थाओं के मांग के अनुसार हमारी तैयारी होनी चाहिए जिस पर काम किया जाए चाहे रिपोर्ट की बात हो या प्रोजेक्ट की या अन्य ।
3- संस्थागत कानूनी जानकारी 12 A, 80 G, FCRA के सम्बध में क्षमता वृद्धि की जरूरत इसके लिए संस्थाओं से चर्चा कर क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन किया जाए ।
4- स्वैच्छिक संस्थाओं की आवाज शासन तक पहुचे इसके लिए न्यूज लेटर कार्यशाला व अन्य माध्यमों का उपयोग किया जाए ।
5- एक कॉमन मुद्दे का चयन किया जाए जिस पर सभी संस्थाएं मिलकर कार्य करें व दानदाताओं को जोड़ने का प्रयास किया जाए ।
अंत मे निर्णय लिया गया कि जल्द से जल्द ऑफलाइन बैठक कर विस्तार से रणनीति तैयार की जाए ।
जल्द ही ऑफलाइन बैठक कर संस्थाओं के क्षमता वृद्धि पर कार्य करने की रणनीति तैयार करेंगे ।
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