Tuesday, 26 November 2024

भाटापारा में चिराग द्वारा सामुदायिक गतिशीलता कार्यक्रम आयोजित

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नई दिल्ली एवं  छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के सहयोग से  चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी अम्बिकापुर द्वारा संचालित लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना भाटापारा के द्वारा सामुदायिक गतिशीलता कार्यक्रम का आयोजन रिक्शा कालोनी पटपर भाटापारा में किया गया।  कार्यक्रम  का शुरुवात अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात् अतिथियों का स्वागत संस्था के कार्यकर्ताओं के द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर किया गया।संस्था के परियोजना निदेशक  मंगल पाण्डेय ने अतिथियों एवं उपस्थित समुदाय के लोगों का स्वागत करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि विगत वर्ष 2014 से  बलौदाबाजार जिले में  लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा  है। संस्था द्वारा एचआईवी /एड्स के संबंध में काम करने का मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स को नियंत्रित करना है। तथा उच्च जोखिम समूह को नियमित रूप से  जांच कराने व एड्स से जुड़े हुए विषयों पर जागरूक करना है। जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार एवं सिविल अस्पताल भाटापारा में एच.आई.वी/एड्स का  जांच मुफ्त में किया जाता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दैनिक भास्कर, नई दुनिया मीडिया प्रभारी सत्यनारायण पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि समुदाय को एचआईवी/एड्स , क्षयरोग, कुपोषण एवं अन्य संक्रामक बीमारियों से लड़ने हेतु चिराग सोशल वेलफेयर सोसाइटी लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना भाटापारा एवं स्वास्थ्य विभाग  द्वारा सतत् प्रयास किया जा रहा है। संस्था एवं स्वास्थ्य विभाग का सकारात्मक सहयोग करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। क्योंकि इनके द्वारा एच आई वी/एड्स संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। विशिष्ट अतिथि क्षय रोग समन्वयक मदन विश्वकर्मा  द्वारा टी बी के लक्षण, दुष्प्रभाव एवं उपचार के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पैरालिगल वालेंटियर मोनिका दीक्षित के द्वारा महिलाओं के अधिकारों के बारे में जानकारी दिया गया। शासकीय प्राथमिक शाला लालबहादुर शास्त्री वार्ड के शिक्षक वीरेंद्र मानसरोवर ने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि एचआईवी /एड्स , क्षयरोग, यौन जनित रोग, नशामुक्ति तथा माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के साथ - साथ समुदाय को जागरूक एवं सशक्त करने हेतु चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी के द्वारा निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।मिशन शक्ति परियोजना बलौदाबाजार की जिला समन्वयक प्रीति नवरत्न ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण में लैंगिक असमानता बहुत बढ़ा बाधक है। हम सभी को लैंगिक असमानता जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए मिलकर प्रयास करना होगा।सांस्कृतिक कार्यक्रम  नृत्य प्रतियोगिता में  दीपा विश्वकर्मा,मंजू यादव, पूर्वी यादव,निशा विश्वकर्मा,माही यादव, कनिका देवदास, दीपिका यादव, शालिनी साहू, द्रौपदी साहू, मुस्कान, दीक्षा,रूबी एवं सुरेश कुमार ने मनमोहक प्रस्तुति दी। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना भाटापारा के परियोजना प्रबंधक दशोदी सिंह के द्वारा किया गया। अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी सह लेखापाल दशोदा साहू एवं काउन्सलर सुलोचना देवांगन के द्वारा अतिथियों, प्रतिभागियों एवं समुदाय का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आउट रीच वर्कर यशपाल जांगड़े, बिंदेश्वरी टंडन, प्रियंका मेश्राम, अनिता लहरे, विनोद सोनी,साथी शिक्षक सुखबाई बंजारे, रेखा कोसले, ललिता सोनवानी, लता सोनवानी, सतीश गेंदरे, मिशन शक्ति परियोजना बलौदाबाजार की लेखापाल  सुश्री नम्रता साहू ,सिविल अस्पताल भाटापारा के फत्तेलाल साहू, शिवकुमार, शिक्षक शत्रुघ्न कुर्रे  का सराहनीय योगदान रहा।

Tuesday, 19 November 2024

Meeting of Electricity Consumer Forum concluded at Agricultural Research Center Barima Mainpat

In the state of Chhattisgarh, a meeting of the Forum of Rural Households, Small Traders and Farmers Electricity Consumers in collaboration with Civic Consumer and Civic Action Group” Chennai and Anmol Foundation Raipur was held at Agricultural Research Center Barima Mainpat in which 45 people from the area participated.


Addressing the program, Anmol Foundation Director Sanjay Sharma told about CAG that CAG has been working for many years on different subjects for the rights of consumers and is working in 6 states of the country regarding electricity savings. Which includes Chhattisgarh In which Chhattisgarh is included, here along with Anmol Foundation, it is working for capacity development of electricity consumers in different districts, which includes meetings, workshops and seminars.

Vindeshwari Pankra, social influencer, agriculture expert and authorized officer of Tribal Welfare Cooperative Society and expert on renewal energy, while giving information about the star rated irrigation pumps being provided by government to the farmers, emphasized on the use of solar pumps.

People were also advised to use electricity in their homes only when needed to save electricity. Shared detailed information about the process of applying and availing the benefits of PM Suryaghar Yojana and also answered people's questions.


Rajmeru Rajasthan representative and electricity expert Rakesh Rai shared detailed information about the electricity tariff plan and told people about the needs of electricity saving that we have to save minerals, water, electricity and other resources for the coming generation. So that we can live a happy life ahead also.


Krishna of Gram Adhikar Manch started the program by welcoming the guests and participants and introduced them and concluded the program by expressing his gratitude.

कृषि अनुसंधान केंद्र बरिमा मैनपाट में विद्युत उपभोक्ता फोरम की बैठक सम्पन्न

छत्तीसगढ़ राज्य में  सिविक कंज्यूमर एंड सिविक एक्शन ग्रुप” चेन्नई व अनमोल फाउंडेशन रायपुर के साथ मिलकर ग्रामीण घरेलू,छोटे व्यापारी व कृषक विद्युत् उपभोक्ताओं के फोरम की बैठक कृषि अनुसंधान केंद्र बरिमा मैनपाट में की गई जिसमें क्षेत्र से 45 लोगों ने भाग लिया । 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनमोल फाउंडेशन के निदेशक संजय शर्मा ने सीएजी के बारे में बताया की सीएजी उपभोक्ताओं के अधिकार के लिए अलग अलग विषयों पर कई वर्षों से कार्य करते आ रही है विद्युत बचत के सम्बंध में देश के 6 राज्यों में कार्य कर रही है जिसमे एक छत्तीसगढ़ शामिल है यहां अनमोल फाउंडेशन के साथ अलग अलग जिलो में विद्युत उपभोक्ताओं के क्षमता विकास के लिए कार्य कर रही है जिनमे बैठके व कार्यशालाएं व सेमिनार शामिल है । उन्होंने उपभोक्ता के अधिकार व विद्युत कंज्यूमर फोरम के बारे में जानकारी साझा की ।
 सोशल इंफ्लुएंसर ,कृषि विशेषज्ञ व आदिमजाति कल्याण सहकारी समिति के प्राधिकृत अधिकारी व रिनेवल एनर्जी के एक्सपर्ट विन्देश्वरी पैंकरा ने किसानों के लिए सासन द्वारा दिए जा रहे सोलर पंप के स्टार रेटिंग वाले सिंचाई पम्पों के बारे में जानकारी देते हुए उपयोग पर बल दिया । साथ ही लोगों से विद्युत बचाने हेतु जरूरत पर ही घरों में विद्युत उपयोग करने की सलाह दी । पीएम सूर्यघर योजना का लाभ लेने व उसके आवेदन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की और लोगों के सवालों के जबाब भी दिए । राजमेरु राजस्थान के प्रतिनिधि व विद्युत विशेषज्ञ राकेश राय ने विद्युत टैरिफ प्लान के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की विद्युत बचत की जरूरतों के बारे में लोगों बताया कि आने वाली पीढ़ी के लिए हमे खनिज ,पानी, बिजली व अन्य संसाधनों को बचत करके रखना है ताकि हमारे आगे की भी सुखमय जीवन व्यतीत कर सके। 
कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम अधिकार मंच से कृष्ण कुमार ने अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत कर परिचय के साथ कि तथा कार्यक्रम का समापन व आभार व्यक्त किया । 
                                                                                                                                                                                                               

Saturday, 16 November 2024

Electricity Consumer workshop in hotel Swarn at mahasamund

Capacity building workshop for electricity consumers (domestic, commercial, small and medium enterprises) was organized at Hotel Swarn in Mahasamund district of Chhattisgarh state under the joint aegis of Anmol Foundation Raipur and Civic Consumer and Civic Action Group Chennai (www.cag.org.in). 
Dr. Ekta Langer wife of District Magistrate Mahasamund district presided over the program as the chief guest. Addressing the program, she explained the utility of electricity and its importance in detail that electricity is an important part of our lives today. We cannot do any work without it. Electricity helps in every work from kitchen to office. People get scared just by imagining its absence. The whole world is concerned about electricity saving and new sources and is engaged in ensuring the system by promoting solar energy. She appealed to the participants that it is the responsibility of all of us to conserve electricity by installing LED bulbs and using electricity only when needed. Also, she stressed on taking advantage of the government schemes and taking advantage of PM Surya Ghar Yojana. He praised the work of CAG and Anmol Foundation and assured help in every possible program. While addressing the program, CAG Chennai researcher Manikandan Ji shared information about the electricity system and its structure in Chhattisgarh, domestic and commercial tariff plan, PM Suryaghar Yojana, agricultural solar pump and star rating through PPT and also answered the questions of the participants. Giving detailed information about the program, Anmol Foundation director Sanjay Sharma said that CAG is running this program in 6 states of India and has been working for the benefit of consumers in Chennai for the last several years. He informed that in Chhattisgarh, in collaboration with Anmol Foundation, it is working to create awareness among consumers and develop their capacity through meetings, workshops and seminars in different districts. While addressing the program, detailed information was provided regarding the rights and facilities of electricity consumers and the functions and responsibilities of Consumer Forum and Electricity Regulatory Commission. The program was inaugurated by Dr Suresh Shukla, Director of Nidan Sansthan, by welcoming the guests and participants by presenting them with a bouquet of flowers and also introducing the guests. At the end of the program, the guests were honored by presenting them mementoes and expressed gratitude for the participation of the participants in making the program successful. Yours 
Sanjay Sharma, 
Director Anmol Foundation

विद्युत बचत कर आने वाली पीढ़ी को खुशियां देने वाले है

 छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले में होटल स्वर्ण में अनमोल फाउंडेशन रायपुर व सिविक कंज्यूमर एंड सिविक एक्शन ग्रुप” चेन्नई (www.cag.org.in) के संयुक्त तत्वावधान में  विद्युत् उपभोक्ताओं ( घरेलु ,वाणिज्यिक,लघु और मध्यम उद्यम) की क्षमता वृद्धि कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कर रूप में डॉक्टर एकता लंगेर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने विद्युत उपयोगिता व उसके महत्व को विस्तार से बताया कि आज हमारे जीवन मे विद्युत एक अहम हिस्सा है । इसके बिना हम कोई कार्य नहीं कर सकते । किचन से लेकर आफिस तक का हर एक काम मे बिजली का सहयोग होता है । इसकी न होने की कल्पना मात्र से ही लोग सहम जाते हैं । पूरा विश्व विद्युत बचत व नए स्रोतों के सम्बंध में चिंतित है और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देकर व्यवस्था सुनिश्चित करने में लगा हुआ है ।उन्होंने प्रतिभागियों से अपील की कि हम सबका दायित्व है कि हम बिजली का संरक्षण एलईडी बल्ब लगा व जरूरत पर ही विद्युत उपयोग करने का आवाहन किया साथ ही शासन की योजनाओं का लाभ लेकर पीएम सूर्य घर योजना का लाभ लेने पर बल दिया । उन्होंने सीएजी व अनमोल फाउंडेशन के कार्यों की काफी सराहना की व हर सम्भव कार्यक्रमों में मदद का आश्वासन दिया । 
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीएजी चेन्नई के रिसर्चर मनिकनन्दन जी ने छत्तीसगढ़ में बिजली व्यवस्था व उसके ढांचा, घरेलू व व्यावसायिक टैरिफ प्लान , पी एम सूर्यघर योजना, कृषि सोलर पम्प तथा स्टार रेटिंग के बारे में विस्तार से पीपीटी के माध्यम से जानकारी साझा की और प्रतिभागियों के सवालों के जबाब भी दिए । 
अनमोल फाउंडेशन के निदेशक संजय शर्मा ने कार्यक्रम के बारे विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सीएजी यह कार्यक्रम भारत के 6 राज्यों में संचालित कर रही है तथा चेन्नई में विगत कई वर्षों से उपभोक्ताओं के हितार्थ कार्य कर रही है । छत्तीसगढ़ में अनमोल फाउंडेशन के साथ मिलकर अलग अलग जिलों में उपभोक्ताओं को जागरुक करने क्षमता विकास करने के लिए बैठक , कार्यशाला व सेमिनार के माध्यम से कार्य कर रही है इसकी जानकारी दिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्युत उपभोक्ताओं के अधिकार व सुविधाओं के सम्बंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की व कंज्यूमर फोरम व विद्युत नियामक आयोग के कार्यों व दायित्व के सम्बंध में बताया । 
कार्यक्रम को शुभारंभ निदान संस्थान के निदेशक डॉक्टर सुरेश शुक्ला ने अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत फूलों के गुस्ता भेंटकर किया साथ ही अतिथियों का परिचय दिया । कार्यक्रम के अंत मे स्मृति चिन्ह भेंट कर अतिथियों का सम्मान भी किया गया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रतिभागियों की सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया । 
                                                     

Friday, 18 October 2024

नवा बिहान अभियान के तहत बच्चों को नशे से दूर रहने का संदेश

पुलिस अधीक्षक  सरगुजा ने दिया बच्चों को नशामुक्ति का संदेश उन्होंने अपने उद्बोधन में बच्चों को स्वंय नशे से दूर रहने का आवाहन करते हुए देश के विकास में मजबूत भूमिका मके युवाओं की भूमिका का विस्तार से ज़िक्र किया और अपेक्षा व्यक्त की एव एक नया और नशामुक्त समाज के निर्माण में बेहतर भूमिका का निर्वहन करेंगे ।
सरगुजा जिले में पुलिस व एनजीओ की मदद से समाज को नशामुक्त बनाने के लिए नवा बिहान अभियान चलाया जा रहा है । नवा बिहान के तहत एनजीओ के प्रतिनिधि प्रतिदिन नवा बिहान नशामुक्ति परामर्श केंद्र में समय देकर नशे के शिकार हुए पीड़ित लोगों की काउंसलिंग कर उन्हें नशे छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है । 
अपने अभियान की कड़ी में होलीक्रास स्कूल में बच्चों के बीच नशे से बचाव हेतु पुलिस अधीक्षक सरगुजा योगेश पटेल के अतिथि में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
पुलिस अधीक्षक जी द्वारा होलीक्रास स्कूल  में छात्र - छात्राओं को नशा मुक्ति, यातायात के प्रावधानों के सम्बन्ध में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहीं किशोरावस्था की उम्र है जिसमें बच्चे नशे की ओर आकर्षित होते हैं जिसका भुगतान उन्हें सारी उम्र करना पड़ता है।नशा न केवल एक व्यक्ति का जीवन बर्बाद करता है बल्कि पूरे परिवार,समाज और राष्ट्र को भयंकर नुकसान पहुंचाता है। बच्चे अपने कैरियर के प्रति सजग रहें, तभी वो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। वरिष्ठ समाजसेवी संयोजक नवा बिहान मंगल पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में  नशा के विभिन्न प्रकारों एवं  युवाओं को कैसे प्रभावित करता है इस विषय पर विस्तार से बताया। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र संचालिका सुश्री विद्या दीदी ने कहा कि नशा  तो जीवन में जरुरी है ,किन्तु नशा  वो हो जो खुद  के  शरीर व जीवन को नुकसान न पहुंचाये,आशय ये है कि आप के अन्दर अपने  लक्ष्य को प्राप्त करने का नशा हो, देशभक्ति का नशा हो तथा समाज सेवा का नशा हो।   वरिष्ठ समाजसेविका वन्दना दत्ता दीदी ने कहा कि नशे  से ज्यादा प्रभावित महिला व बच्चे होते हैं।नशे की लत से न जाने कितने परिवार बर्बाद हो चुके हैं। वरिष्ठ समाजसेवी अजय तिवारी जी स्टेट कौंसिल मेम्बर आर्ट ऑफ लिविंग छत्तीसगढ़ ने कहा कि योग एवं अध्यात्म के माध्यम से ही अपने संकल्प शक्ति को मजबूत किया जा सकता है।  साहित्यकार,कवि ,वरिष्ठ समाजसेवी संतोष दास "सरल " जी ने अपने कविता * बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, गांजा और शराब नशा हर करथे सबकर ज़िन्दगी ला खराब* के माध्यम से युवाओं को नशा से दूर रहने के लिए संदेश दिया। यातायात उप निरीक्षक अभय तिवारी जी ने यातायात के नियमों की जानकारी दी। साथ ही विद्यार्थियों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए आवश्यक सुझाव एवं  दिशा -निर्देश दिए। कार्यक्रम में सरगुजा जिले के स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल रहे ।   कार्यक्रम को सफल बनाने में होली क्रास कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी   स्कूल  इंग्लिश मीडियम अम्बिकापुर के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

Tuesday, 8 October 2024

पहाड़ी कोरवा ग्राम गाजरभावना में मंच की बैठक

अम्बिकापुर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत पम्पापुर के पहाड़ी कोरवा बाहुल ग्राम ग्राम गाजरभावना में *ग्राम अधिकार मंच* के सदस्यों की बैठक की गई । बैठक में मंच के पदाधिकारी बुधराम व समन्वयक राकेश राय ने संबोधित कर ग्राम अधिकार मंच को सशक्त बनाने हेतु सदस्यता अभियान पर बल दिया । इसके साथ ही ग्राम में पहाड़ी कोरवाओं के बीच व्याप्त समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की और उसके निराकरण में ग्राम अधिकार मंच किस तरह भूमिका निभा सकता है इसके लिए भी बात चीत की गई । सभी ने मिलकर तय किया कि ग्राम अधिकार मंच को मजबूती प्रदान करने अपना योगदान देंगे। 

Thursday, 3 October 2024

गांधी जयंती के अवसर पर बच्चों के साथ कई कार्यक्रम

ग्राम अधिकार मंच सरगुजा व राजमेरु संस्था रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में अम्बिकापुर विजास खण्ड के ग्राम पंचायत नवापारा कला के ग्राम सुमेला बहरा में बच्चों की बाल सभा का आयोजन किया गया जिसमें गांधी के जीवन परिचय के बारे में बच्चों को बताया गया । साथ ही जीवन मे अहिंसा को अपनाने व स्वावलंबी बनने के लिए स्वंय के प्रयास करने पर बल दिया गया । 
बच्चों के साथ खेलकूद का आयोजन भी किया गया उन्हके प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें पुरुस्कार का वितरण भी किया गया । इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में राकेश राय समन्वयक ग्राम अधिकार मंच व देव कुमार की मुख्य भूमिका रही ।

Thursday, 26 September 2024

*Awareness workshop on electricity consumers in Durg*

An awareness workshop regarding electricity saving and renewable energy was organized for various electricity consumers at Hotel Cambin in Durg district under the joint aegis of Citizen Consumer and Civic Action Group (CAG) and Anmol Foundation.


In which 35 farmers, students, businessmen, media representatives, professors and domestic consumers of the district participated. Harbansh Singh Miri, Joint Collector Durg and Uttam Kumar Deputy Collector participated in the program as chief guests and appreciated the program and stressed on encouraging people to save electricity.


While inaugurating the program, Sanjay Sharma, Director of Anmol Foundation, while giving information about the objective of the program, said that this program is needed because how can we save our mineral resources,

To know from experts about how we can save electricity, to provide information from department officials about government plans regarding renewable energy.


Addressing the program, CAG's Bharat Ram said that CAG is working with various partner NGOs in 5 states of the country in relation to electricity consumers. In Tamil Nadu, consumers are working towards solving electricity related problems by making cells in 7 districts.Working with Anmol Foundation in Chhattisgarh.


Addressing the program, Creda district in-charge assistant engineer Ravindra Dewangan gave detailed information about solar energy, cow dung gas, Surya Ghar Yojana, solar off-grid and on-grid power plants, solar tank, solar pump, Kusum scheme. .


Solar installation expert Dinesh explained in detail about the processes of solar installation and its benefits and also answered the questions of the participants.


Addressing the program, Assistant Engineer of Electricity Department, Lakhera ji gave detailed information about the efforts being made by the Electricity Department regarding clean energy and told about the efforts being made for PM Surya Ghar Scheme.


Addressing the program, former GM of Bhilai Steel Plant, M Venkat Subramaniam gave detailed information about how efforts are being made to reduce electricity consumption in industries.Talking about the importance of climate change and environment, he said that electricity consumption is high in big industries, where it seemed impossible to make alternative arrangements for electricity, but now big industries are also making efforts in this direction to make the impossible possible.


Addressing the program, Dr. Danesh Joshi, Head of the Department of Journalism and Mass Communication, Shri Shankaracharya Professional University, Bhilai, said that media can play a big role in creating widespread awareness regarding electrical energy and renewable energy.Throwing light on the use of social media and sharing information about how we can spread messages through it, emphasis was laid on the use of Instagram. For this, media should be sensitized and motivated to cover this issue. He also assured all possible support for this programme.


Addressing the program, Mohan Varlyani, President of Nature Society, stressed on using 5 star rated appliances for electricity saving. He told that a lot of electricity can be saved through this.


In the end, Gayatri ji thanked the guests and participants of the program and expressed gratitude that the program was successful with the cooperation of all of you.


Release of prepared poster of electricity consumers

A poster displaying the rules and regulations made for the rights of electricity consumers was released by the government officials. The said poster was published by CAG Chennai. 
Its distribution will reach maximum consumers in Chhattisgarh.

Wednesday, 25 September 2024

स्वच्छ ऊर्जा व अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने कार्यशाला का आयोजन

दुर्ग जिले में होटल कैमबीन में भिन्न - भिन्न विद्युत उपभोक्ताओं की विद्युत बचत व अक्षय ऊर्जा के सम्बंध में जागरुकता कार्यशाला का आयोजन सिटीजन कंज्यूमर एंड सिविक एक्शन ग्रुप (सीएजी) व अनमोल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई । जिसमें जिले के 35 किसान, छात्र , व्यापारी, मीडिया प्रतिनिधि, प्रोफेसर, घरेलू उपभोक्ता शामिल हुए । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरबंश सिंह मिरी संयुक्त कलेक्टर दुर्ग व उत्तम कुमार डिप्टी कलेक्टर शामिल हुए और कार्यक्रम की सराहना करने हुए विद्युत बचत के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने पर बल दिया ।
कार्यक्रम की शुभारंभ करते हुए अनमोल फाउंडेशन के निदेशक संजय शर्मा ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम की जरूरत इसलिए हुए की हम अपने खनिज संसाधनों को कैसे बचाए, विद्युत कैसे बचा सकते है इसके बारे में एक्सपर्ट से जानना, अक्षय ऊर्जा के संबंध में शासन के योजना के बारे में विभाग के अधिकारियों से जानकारी उपलब्ध कराना। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएजी के भारत राम ने बताया कि सीएजी देश के 5 राज्यों में विभिन्न सहयोगी एन जी ओ के साथ  विद्युत कंज्यूमर के सम्बंध में कार्य कर रहे है। तमिलनाडु में 7 जिलों में उपभोक्ता सेल बना कर विद्युत सम्बंधित समस्याओं के समाधान की दिशा में काम कर रहे है। छत्तीसगढ़ में अनमोल फाउंडेशन के साथ काम कर रहे है ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्रेडा जिले के प्रभारी सहायक यंत्री रविन्द्र देवांगन जी ने सौर ऊर्जा, गोबर गैस, सूर्य घर योजना, सोलर की आफग्रिड व आन ग्रिड पावर प्लांट, सोलर टैंक, सोलर पंप, कुसुम योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई । सोलर स्टालेशन एक्सपर्ट दिनेश ने सोलर के स्टालेशन की प्रक्रियाओं व उससे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से बताया तथा प्रतिभागियों के सवालों का जबाब भी दिया । विद्युत विभाग दुर्ग के सहायक यंत्री ने विद्युत विभाग द्वारा क्लीन एनर्जी के सम्बंध में किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी व पी एम सूर्य घर योजना के लिए हो रहे प्रयासों को बताया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भिलाई स्टील प्लांट के पूर्व जी एम वेंकट सुब्रमण्यम जी ने उद्योगों में किस तरह विद्युत खपत को करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं उनकी जानकारी विस्तार से दी गई । उन्होंने क्लाइमेट चेंज व पर्यावरणीय महत्व के बारे बताते हुए कहा कि बड़े उद्योगों में विद्युत खपत ज्यादा होता है वहां विद्युत की अल्टरनेट व्यवस्था करना असंभव लग रहा था लेकिन अब बड़े उद्योग भी इस दिशा में प्रयास कर असंभव को संभव बनाने में लगे है। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉक्टर दानेश जोशी विभागाध्यक्ष जर्नलिज्म एवं मास कम्युनिकेशन विभाग श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल विश्व विद्यालय भिलाई ने विद्युत ऊर्जा व अक्षय ऊर्जा के सम्बंध में व्यापक जागरुकता में मीडिया एक बड़ी भूमिका हो सकती है । सोशल मीडिया के उपयोग पर प्रकाश डालते हुए उसके माध्यम से कैसे हम संदेशों को व्यापकता दे सकते है उसकी जानकारी साझा करते हुए इंस्टाग्राम के उपयोग करने पर बल दिया । इसके लिए मीडिया संवेदीकरण कर उन्हें इस मुद्दे पर कवरेज करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए । उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए हर संभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया । 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रकृति की ओर सोसायटी के अध्यक्ष मोहन वर्ल्यानी ने विद्युत बचत हेतु 5 स्टार रेटिंग वाले उपकरण का उपयोग करने पर बल दिया । उन्होंने बताया कि इससे काफी विद्युत की बचत की जा सकती है । 

अंत मे गायत्री जी ने कार्यक्रम में आए अतिथियों व प्रतिभागियों का धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया कि आप सभी के सहयोग से कार्यक्रम सफल रहा ।

Friday, 6 September 2024

ऊर्जा दक्षता व अक्षय ऊर्जा कार्यशाला सम्पन्न


कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) छत्तीसगढ़ व सिटीजन कंज्यूमर एंड सिविक एक्शन ग्रुप (सीएजी) चेन्नई के संयुक्त तत्वावधान में कैट के राज्य कार्यालय में विद्युत बचत व अक्षय ऊर्जा विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । 
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत गुलदस्ता के द्वारा किया गया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैट छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष जितेन्द्र दोषी जी ने कार्यक्रम के सम्बंध में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि आज हम विद्युत के सम्बंध में बात करने के लिए एकत्र हुए है । यह वर्तमान समय का ज्वलंत मुद्दा है । जिस तरह से जंगल खत्म हो रहे हैं खनिज धीरे धीरे समाप्त हो रहा है । उससे चिताएं काफी है इसे बचाने के लिए उपाय करना ही होगा । उन्होंने कहा कि सीएजी का कार्यक्रम मैं पूर्व में भी अटेंड किया हूं काफी उपयोगी है । हम सबको जानना चाहिए । 
विक्रम सिंहदेव ने कार्यक्रम आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज हम नए विषय मे जानकारी मिलेगी हम उत्सुक है जानने के लिए की ट्रेडर्स से जुड़े लोग कैसे विद्युत बंचाने की दिशा में सहायक हो सकते है । हम पूरी तरह इस अभियान में साथ है । 
अमर पारवानी जी ने विस्तार से ग्लोबल स्तर की बातों को रखते हुए बताया कि हम छोटी छोटी बातों पर अगर ध्यान देंगे तो बहुत ज्यादा से ज्यादा विद्युत बचत कर पाएंगे जो हमारे लिए ही सहायक सिद्ध होगा । हमे अपने जानकारी को मजबूत करना चाहिए और इस तरह के आयोजन लगातार होने चाहिए । उन्होंने वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की बात भी कही । 

मुख्य वक्ता व अतिथि पूर्व सलाहकार क्रेडा संजीव जैन ने विद्युत बचत के उपायों व अक्षय ऊर्जा के उपयोग के तकनीकी पक्षों को रखते हुए शासन की योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी तथा हर सम्भव मदद का आश्वासन भी दिया । जैन जी ने नई नई तकनीकों व शासन की ओर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए जनभागीदारी के लिए आवाहन किया । अनमोल फाउंडेशन के संस्थापक संजय शर्मा ने विद्युत उपभोक्ताओं के अधिकार व विद्युत अधिनियम 2003 व संसोधन अधिनियम 2020 के बारे में जानकारी दी । तथा उपभोक्ता अपनी समस्याओं के लिए कहां और किस तरह आवेदन कर सकते है उसके बारे में जानकारी देते हुए विद्युत शिकायत निवारण फोरम व मोर बिजली एप तथा टोल फ्री नम्बर के बारे में विस्तार से जानकारी दी । सीएजी के रिसर्चर मनिकनन्दन ने विद्युत एफिशिएंसी व सौर्य ऊर्जा के बारे में जानकारी देते हुए विद्युत आडिट व स्मार्ट मीटर के सम्बंध में बताया तथा कौन कौन से विद्युत उपकरण विद्युत बंचाने में मददगार है उनकी जानकारी दी । कैट के सदस्यों ने अपने प्रश्नों के उत्तर वक्ताओं से जान संतुष्ट हुए । अंत मे कैट की तरफ से अतिथियों व  वक्ताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । 
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन सुविन्दर सिंह जी ने किया और अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त मोहन वर्ल्यानी जी ने किया । इस कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य भूमिका मोहन वर्ल्यानी जी की रही जिनके मेहनत के परिणामस्वरूप यह कार्यक्रम सफल रहा ।

कैट छत्तीसगढ़ ने किया संजय शर्मा का सम्मान

कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) छत्तीसगढ़ व सिटीजन कंज्यूमर एंड सिविक एक्शन ग्रुप (सीएजी) चेन्नई* के संयुक्त तत्वावधान में *विद्युत बचत व अक्षय ऊर्जा* विषय पर आयोजित कार्यशाला में *विद्युत उपभोक्ता अधिकार* के बारे में बतौर
 अतिथि व वक्ता के रूप में शामिल होने का अवसर मिला । इस अवसर पर कैट छत्तीसगढ़ द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।

Friday, 9 August 2024

रायपुर के पर्यावरण प्रेमियों का पानी बचाने अनोखा संदेश

मेटल पार्क रायपुर में उद्यमिता से जुड़ी महिला समूह व पुरुष साथी के साथ मिलकर पर्यावरण बचाने सतत संघर्ष कर रहे है । इन्होंने प्रकृति की ओर सोसाइटी व ग्रीन गो नामक संस्थान का गठन कर । शहर को हरा भरा करने का लगातार प्रयास कर रहे है । साथ ही पानी बचाने का भी संदेश देते नजर आए । 
पानी बंचाने का अनूठा तरीका इस्तेमाल कर संदेश दे रहे हैं जिसमे बरसात में भीगते हुए छतरी को उल्टा कर लोगों को संदेश दे रहे है कि जल को छतरी नुमा गड्ढा बना कर एकत्र कीजिए व जिस प्रकार छतरी से बून्द बून्द पानी नीचे गिर रहा है ठीक उसी तरह बून्द बून्द पानी का उपयोग कीजिए । 
यह बहुत महत्वपूर्ण संदेश है लोगों को प्रेरित करने के लिए । पानी बचाना है तो लोगो को जागना होगा और जगाना भी होगा तभी पानी संचय होगा । 
इस पर कार्यक्रम में गो ग्रीन से अलका भार्गव, तूलिका पांडेय, प्रवीण नायडू, मनीष अग्रवाल चरणजीत सिंह, लेखा पांडेय, वर्षा अग्रवाल, अमर्शा ओहरी, रेणु गुप्ता,गौरी मिश्रा, प्रकृति की ओर सोसाइटी से मोहन वर्ल्यानी जी , स्पर्श से डॉक्टर पुरुषोत्तम चन्द्राकर, अनमोल फाउंडेशन से संजय शर्मा व अन्य शामिल रहे । 
https://youtube.com/shorts/nxSIpyWnAx4?si=0Mn1YZU20yy7DZwx 

Tuesday, 6 August 2024

पचास से ज्यादा किस्म के बांस का रोपण अपने नर्सरी में करके बांस को बढ़ावा दे रहे बम्बू प्रेमी मोहन

आपने वृक्ष मित्र का सुना होगा, पर्यावरण या प्रकृति प्रेमी शब्द सुना होगा। अपने नदी प्रेमी भी सुना होगा लेकिन क्या आपने बांस प्रेमी का नाम सुना है कहीं अगर हां तो कमेंट्स बॉक्स में जरूर बताइएगा । 

मैं पहली बार मिला छत्तीसगढ़ के बांस प्रेमी मोहन वर्ल्यानी जी से जो पेशे से तो इलेट्रिक सामानों के व्यवसाय से जुड़े है । लेकिन अपने व्यस्ततम समय मे से समय निकाल कर सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते है । इसके साथ - साथ प्रकृति का प्रेम इनके सर चढ़कर बोलता है । 
इन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर *प्रकृति की ओर सोसायटी* नामक स्वैच्छिक संस्था का निर्माण कर रायपुर शहर में हरियाली लाने का बीड़ा उठाए हुए है । ये वृक्षारोपण के माध्यम से लोगों को प्रेरित कर रहे है इसके अलावा हर साल फ्लावर मेला आयोजित कर लोगों को प्रकृति से जोड़ने का हर सम्भव कोशिश करते आ रहे है । इसके अलावा आम मेला का आयोजन राष्ट्रीय स्तर का रायपुर में शासन का समन्वय लेकर करते है । इनके कार्यों को काफी सराहना मिलती है । जो भी करते है दिल से करते हैं । 
कोरोना के बाद इन्हें बांस प्रेम ने जकड़ लिया इसके लिए इन्होंने रायपुर से लगभग 20 से 30 किलोमीटर दूर दुर्ग जिले के खपरी गिरहौला ग्राम में बड़े स्तर पर 50 से ज्यादा किस्मों के बांस लाकर नर्सरी तैयार किया जो अब ढाई साल में एक बहुत अच्छा बम्बू पार्क तैयार हो गया । छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला होगा जो बांस का नर्सरी लगाया गया है । शासन के लोग इनके इस कार्य से बहुत खुश है और सराहना करते थकते नही । 
भविष्य में ये इसे एक उद्यम की तरफ देखना चाहते ताकि बांस बहुत से परिवारों का रोजगार का माध्यम बन सके । बांस की खेती के साथ साथ बांस से बनने वाले उत्पाद व उसे बिक्री के लिए एक बड़े बाजार की स्थापना हो ये इनका सपना है । 
सपने को पूरा करने के लिए दिन रात संघर्ष कर रहे है इनके इस कार्य से इनकी एक अलग ही पहचान बनी हुई है मित्र दोस्त परिवार हर कोई इनकी तारीफ करता है । यही तारीफ इन्हें मजबूती देता है और आगे बढ़ने की प्रेरणा भी । 
आप इन्हें नीचे दिए गए वीडियो लिंक पर जुड़ सके हैं 
https://youtu.be/bQjg8LW_4lk?si=KvRzZG_Fp85RpKfG 

Wednesday, 31 July 2024

सभी को इन्तजार है किसी नए रास्ते का अब देखते है वो रास्ता कब बनता है

जमीनी स्तर पर कार्यरत स्थानीय स्वैच्छिक संस्थाओं की चुनौतियां -भारत में सदियों से सेवा भाव का स्वरुप इतिहास में पढ़ने को मिलता है, जब देश आजाद हुआ तो बहुत से लोग बिगड़े हुए हालात को सामान्य करने हेतु मदद किए, यही तो समाज सेवा है |
अगर हम सरल शब्दों में इसकी व्याख्या करें तो वह यह की किसी भी जरूरतमंद की समय पर सहायता करना ही समाज सेवा है | पहले बिना किसी के सहयोग या लाभ के लोग सेवा करते थे जिनके पास क्षमता होती थी वे धर्मशाला, प्याऊ, कुआं, फलदार, छायादार वृक्ष आदि की व्यवस्था कर सेवा करते थे यह सेवा निरन्तर होती रही है।
बाद में सरकारे इसे कानूनी जामा पहनाने लगी या यूं कहें कि कानूनी शिकंजा कस बेेेडियो में जकड़ने का प्रयास होंने लगा । समाज सेवा को पंजीयन कराने के लिए कहा गया | फिर बाहर से आने वाली सहायता पर नियंत्रण के लिए FCRA कानून लाया गया और लेखा जोखा पर नियंत्रण करने के लिए इनकम टैक्स लेकर आए | अब संस्थाओं का एक बड़ा समय इन सब कामों में जाता है | या तो आप अपने घर से खर्च कर समाज सेवा कीजिए या अगर आप दान एकत्र कर लोगों की मदद करना चाहते है तो कानूनी पचड़े में जाइए | 
स्वैच्छिक संस्थाओं की बात जब होती है तो कई नाम सामने आते 
गैर सरकारी संगठन (NGO) स्वैच्छिक संस्थाएं (VO) सिविल सोसाइटी अलाभकारी संस्थाएं (NPO) बहुत सी संस्थाएं विशेषकर जो अध्ययन कर इस दिशा में कार्य शुरू की उन्होंने तो अपने आपको इसके लिए अपने आपको तैयार किया और काम पर लग गए ऐसे संस्थाओं की प्रबंधन क्षमता सशक्त होती है | और दानदाता ऐसे ही संस्थाओं को ज्यादा तलाशते है ताकि काम करते समय कोई कानून या अन्य दिक्कत न आए | 
स्वैच्छिक संस्थाओं में बहुत सी विभिन्नताएं है जन संगठन, जमीनी संगठन,ससाधन संगठन, मानव अधिकार संगठन, सामाजिक कार्यवाई समूह,सहायता समूह, नेटवर्क आदि कानूनी पहलु देखेंगे तो सोसाइटी ( सोसाइटी में स्वंय सहायता समूह, क्लब, स्कुल कालेज, अस्पताल व शासन के भी बहुत से अर्धशासकीय संस्थाएं है ) ट्रस्ट कम्पनी एक्ट के तहत पंजीकृत संस्थाएं इसी में बहुत सी संस्थाएं जो सिमित जानकारी सिमित योग्यता के साथ जमीनी स्तर पर कार्य शुरू की ऐसी संस्थाओं में अधिकाँश संस्थाओं ने अपने आपको ज्यादा तैयार नही किया | कही से भी पता चला पंजीयन कर समाज सेवा कर सकते है तो किसी तरह पंजीयन करा लिए संस्था बन गई | फिर कहीं से पता चला की इसके लिए अनुदान भी मिलता है फिर अनुदान खोजने लगे कोई कुछ भी बताया जिधर बताया उधर का ही रास्ता पकड़ लिए | इसकी बढ़ोत्तरी देख बहुत से दलाल भी बाजार में आ गए कोई कानूनी पंजीयन की बात करने लगा कोई फंड दिलाने की | ऐसे में बहुत से लोग दलालों के चंगुल में फंसे भी और शोषण भी हुआ | 
जमीनी स्तर की अधिकाँश संस्थाओं की स्थिति कुछ को छोडकर जो गिनती में है – 
1- आए दिन नई संस्थाओं का पंजीयन होता है जिससे संस्थाओं की संख्या बहुत है 
 2- सोसाइटी पंजीयन के अलावा ज्यादा जानकारी नही है कुछ गिनती की संस्थाएं है जिन्हें FCRA या इनकम टेक्स की जानकारी है 
3- पंजीयन के बाद क्या करना है ये पता नही 4- दानदाताओं के सम्बन्ध में ज्यादा जानकारी नही 5- प्रोपोजल लिखने या रिपोर्ट तैयार करने में भी बहुत सी संस्थाए सक्षम नही 
 6- अगर कुछ छोटा छोटा काम किए भी तो उनकी दस्तावेज ठीक से बना नही 
दानदाता 
शासकीय परियोजनाए- शासन के परियोजनाओं तक पहुचना इतना आसान नही, अक्सर सुनने व देखने को मिलता है की ब्य्रुक्रेट्स के अपने NGOs रहते है जिन्हें ज्यादा काम मिलता है या फिर बड़ी संस्थाएं है जो राज्य के बाहर से आती है उन्हें काम मिल जाता है । लेकिन स्थानीय संस्थाओं को काम बहुत ही मिलना मुस्किल होता है। प्रोजेक्ट के लिए संस्थाओं की योग्यता इतनी कठिन रहती है कि स्थानीय संस्थाएं ऐसे भी बाहर हो जाती है। और ये सब जानबूझकर किया जाता है ऐसा मालूम होता है  | 
विदेशी दानदाता – विदेशी दानदाता भी सीधे जमीनी स्तर की संस्थाओं तक नही पहुंचती व बड़ी बड़ी संस्थाओं के माध्यम से नीचे आती है लेकिन वर्तमान नए FCRA कानून के कारण वो भी बंद हो गया 
सी एस आर- सी एस आर फंड को तो जमीनी संस्थाएं सिर्फ सपनों में देखती है कुछ को मिल भी जाता हो उनकी संख्या ना के बराबर ही होगी | 
जमीनी स्तर पर संस्थाएं जमीनी स्तर भी कई प्रकार की संस्थाएं है जिनमे शहर के भीतर कुछ संस्थाएं चन्दा संकलित कर समय – समय पर समसामयिक मुद्दों पर कार्य करती रहती है कुछ क्लब है जो इसी तरह का कार्य करते रहते है | 
अगर हम इसे देखे तो इस प्रकार विभाजित कर सकते है कि कुछ संवेदनशील लोग जो क्लब या सोसाइटी बनाकर समसामयिक मुद्दों पर कार्य करते है, ब्लड डोनेशन, वृद्धाआश्रम, एम्बुलेंस, स्वास्थ्य कैम्प, वृक्षारोपण आदि | 
परियोजना आधारित संस्थाएं जो शासन से या विदेशी अनुदान, सी एस आर या अन्य स्रोतों से परियोजना के लिए धन एकत्र कर कार्य करती है एक जो स्कुल, कालेज,अस्पताल के द्वारा कार्य करती है लेकिन ये वर्ग पूर्ण आयजनक होती है इसलिए अब लोग इन्हें स्वैच्छिक में नहीं मानते लेकिन कानूनी रूप से इन्हें ये दर्जा हासिल है 
चुनौतियां 
जमीनी स्तर की छोटी छोटी संस्थाओं के अनेको चुनौतियां है जिनमे 
1- जानकारी का अभाव कानूनी / धन प्राप्त करने के स्रोत व् उन्हें प्राप्त करने के तरीकों का 
2- जानकारी का आभाव होने से उनकी दस्तावेज व्यवस्थित नही होता 
3- भाषा एक चुनौती होती है विशेषकर विदेशी स्रोतों से धन प्राप्त करने के लिए 
 4- नया FCRA संसोधन कानून 
 5- आए दिन हो रहे कानूनों में संसोधन 
 6- संसाधन की कमी ( भागदौड़ के लिए ) 
7- अपने छोटे छोटे प्रयासों को सही तरीके से उचित जगह पर प्रस्तुत न कर पाना 
 8- शासन के समन्वय का अभाव 
 9- दानदाता के सम्बन्ध में जानकारी न होने व् संसाधन की कमी होने से संवाद नही कर पाते 
 10- संस्थागत / कार्यकर्ता स्तर पर आत्मनिर्भरता की दिशा में व्यापक सोच का अभाव 
11- संस्थाओं में स्थायित्व को लेकर बहुत समस्या है 12- बिना अनुदान के संस्था कैसे संचालित हो इसके लिए व्यापक रणनीति नही दिखाई देती 
 13- संस्थाओं के मुदद आधारित बहुत से संगठन है लेकिन कोई ट्रेड यूनियन नही है जो संस्था में कार्यरत मानव हितों की आवाज उठाए 
अवसर 
1- जमीनी स्तर पर कार्य करने के व्यापक अवसर है 
2- क्षेत्रों में ग्राम स्तर पर लोगों का सहयोगात्मक रवैया होता है 
3- स्थानीय संसाधनों से बहुत से कार्य किए जा सकते है 4- संमस्याएं बहुत है जहा संस्थाओं के कार्य की जरूरत है 
 5- बहुत से विभाग के पास संस्थाओं के साथ कार्य करने के लिए परियोजनाएं होती है 
कोरोना महामारी में स्वैच्छिक संस्थाएं पिछले समय जब कोरोना की लहर आई थी उस समय चारो तरफ अचानक लाक डाउन से स्थिति बिगड़ गई | प्रसाशन आपातकाल के लिए स्वैच्छिक संस्थाओं के सहयोग लेने के लिए जिले में सूचि बनाने में लग गए कुछ संस्थाओं ने अपना नाम दिया इसमें ज्यादात्र शहरी क्षेत्रो में कार्य करने वाले स्वैच्छिक संस्थाएं रहे | जब मजदूर पैदल वापस अपने घरों की बढ़े और एक बड़ा दबाव का निर्माण हुआ तब बहुत से स्वैच्छिक संस्थाएं आए आए और अपने – अपने तरह से कार्य करने की कोशिश करने लगे लेकिन लाक डाउन होने से उन्हें अनुमति नही मिली तो चुपचाप जो भी कार्य कर सकती थी करते रहे कुछ संस्थाओं को शासन ने अनुमति दी लेकिन बहुतायत संस्थाओं को अनुमति नही मिल पाई | लेकिन जैसे ही लाक डाउन खुला संस्थाएं अपने अपने क्षेत्रो की तरफ भागी और जितनी व्यवस्था हो सकती थी अपने दानदाता से या अन्य स्रोतों से लोगों ने हर संभव मदद करने का प्रयास किया | अब जब दुसरी लहर कोरोना की आई तो इस बीच बहुत से संस्थाओं के पास परियोजनाएं ही नही रही, कोई नई परियोजना ला भी नहीं सकते थे क्योकि FCRA का नया एकाउंट खोलना था जो खुला नही | FCRA के नए कानून के कारण बहुत से बड़ी संस्थाएं जो छोटे छोटे जमीनी संस्थाओं को सहयोग करती थी वे नही कर पाई तो जमीनी स्तर की बहुतायत संख्या में संस्थाएं राहत में कार्य नही कर पा रही | सभी को इन्तजार है किसी नए रास्ते का अब देखते है वो रास्ता कब बनाता है 
 संजय शर्मा - सामाजिक चिंतक 
( इस लेख में लेखक के अपने अनुभव व विचार)

Thursday, 30 May 2024

हर हाल में साल दर साल गर्मी बढ़ेगी -संजय शर्मा

हम बचपन से देखते आए है गर्मी बढ़ ही रही है कम नही हुआ कभी बल्कि साल दर साल बाद ही रहा है । कारण कई है जहां - जहां जंगल है वही - वही खनिज संपदा है । शासन सत्ता की नजर खनिज के दोहन पर है । कैसे करें ? दिन रात इस पर रणनीति बन रही है । विकास के नाम पर कांक्रीट का जाल सड़को के रूप में बिल्डिंगों के रूप में फैलता जा रहा है । पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हुई है सड़क बनाने के नाम पर , रेल लाइन बनाने के नाम पर और सबसे ज्यादा खदान खोदने व उद्योग लगाने के नाम पर । इतना काटा गया कि जो गांव गर्मी में ठंडे रहते थे वो भी अब गरम हो गए । शहरों में तो बिल्डिंगे ऊंची ऊची इमारतें तो बनी ही बनी साथ ही नालियों का पक्की करण कर जलस्रोतों को भूजल में परिवर्तित होने से3 जमीन के अंदर जाने से रोक दिया गया । जो थोड़े बहुत पेड़ थे उन्हें काट डाला गया । इसके साथ साथ पैसे वालों के घरों में एयरकंडीशनर ने लिया अंदर तो ठंडा कर दिया लेकिन बाहर की गर्मी को बढ़ा दिया । 
जिन क्षेत्रों में खनिज है वहां से खनिज आज नही तो कल निकालेंगे जरूर । इसके लिए जंगल खत्म होगा वे गांव खत्म होंगे जोंस क्षेत्र में बसे होंगे वे जीव जंतु खत्म होंगे जो उस क्षेत्र में होंगे । 
जंगल काट कर जंगल जंगल लगाने का फैशन चल रहा है लेकिन जितना कट रहा है उसकी तुलना में लगाया कम जा रहा है । जो लग रहा है वो सब ऐसे पौधे है जो सिर्फ इमारती लकड़ी के काम आएंगे ये जलवायु के अनुकूल नही होते है । जीव जंतु के हिसाब से ये सुरक्षित नही होते । भूक्षरण को ये रोकते नही है । पानी भी ज्यादा मात्रा में चाहिए । 
उद्योग खूब लग रहे है और उद्योगों को चलाने के लिए पानी की जरूरत होती है और इसके चलते नदियों में बैराज बना के पानी रोक कर उद्योगों को दिया जा रहा है। रेत माफिया नदियों से रेत व मील्स निकाल ले रहे है । जिससे नदी सुख जा रही है । इसका असर जलवायु पर भारी मात्रा में पड़ रहा है । 
सरकार इस दिशा में दिखावे के लिए सिर्फ योजनाएं बनाएंगी उनका अमला कुछ करेगा नही । गर्मी कम नही होगी हर साल बढ़ेगी ही । मौसम कभी भी कुछ भी बदलाव लेता रहेगा । 

Wednesday, 29 May 2024

जब सब मिलकर ही प्रकृति को नष्ट कर रहे है तो कैसे मिलेगा गर्मी से राहत

औद्योगिक क्रांति के नाम पर जो जंगलों व वनों तथा नदी का संहार हो रहा है उससे तो लग रहा है कि इस भीषण गर्मी से राहत मिलने नामुमकिन है । हां तभी कुछ सोचा जा सकता है जब देश की कम से कम आधी आबादी इस दिशा में काम करे । वनों को बचाने का, उद्योग जितने उससे ज्यादा न खुले इसकी व्यवस्था करने का, जंगलों को बचाने का , नदियों को बचाने का पानी को बचाने का, साथ ही उद्योगों से निकलने वाले कचरे गंदगी व प्रदूषण पर लगाम लगाने हैती सरकार पर दबाव बनाने का । 
सरकार से कुछ नही होगा बल्कि सरकार एक झटके में सारे किए कराए पर पानी फेर देगी। आज नही तो कल पूरा खनिज संपदा जमीन से निकाल लेंगे ये तो तय है । उसे निकालने के लिए गांव खाली कराएंगे और जंगल काटेंगे ये भी सत्य है । और सारा खनिज जंगलों के नीचे है ये भी तय है । उद्योग लगाएंगे तो उद्योगों को पानी चाहिए तो नदियों का पानी भी बेचेंगे । जहां नही होगा वह नदी जोड़ों अभियान के नाम से उस तरफ से नदी को ले जाएंगे जहां उद्योग लजे होंगे या भविष्य में लगने वाले होंगे । और वहां ले जाकर पानी को बेचेंगे । 
फैक्ट्री से जो प्रदुषण निकलेगा उसे ये कभी कंट्रोल नही करेंगे । 
लोगों को वृक्षारोपण करने व पानी बचाने के लिए अभियान चालाएँगे । खुद दोहन करेंगे उद्योगपतियों के साथ मिलकर । उनके पैसे से देश मे सरकारें चलेंगी । 
आम आदमी पौधा लगेगा सरकार काट देगी । ये निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है । 
नए जो पौधे सरकार लगा रही है ये पर्यावरण व जैव विविधता के अनुकूल नही है । ये जानवरों या पशु पक्षियों के लिए भी अनुकूल नही । ये सिर्फ इमारती लकड़ी वाले पौधे ही लगा रहे है या प्रमोट कर रहे है या सिर्फ झाड़ियां जिनका कोई काम नही । इमारती लकड़ी को को ये बाद में काट लेगे अपनी जरूरत के हिसाब से । 
अब जनता क्या करेगी ये सोचना है पौधे बचाने के लिए आंदोलन करेगी तो जेल में डाल देंगे। पौधे लगाएंगे तो कितना और कहां जमीनों पर भी तो सरकार के सहयोग से माफियाओं का ही कब्जा है ।खेती को समाप्त कर औद्योगिक क्रांति लाना चाह रहे है । तो औद्योगिक क्रांति आएगी तो पर्यावरण का बचना नामुमकिन है । 
ऊपर में बैठे रणनीति कर सैफ दोहन में लगे हैं उनका कोई इरादा नही है देश व देश की जनता के जीवन की सुरक्षा से । 

Thursday, 18 April 2024

विद्युत उपभोक्ताओं ने विशेषज्ञों से जाना विद्युत बचाने के तकनीकी तरीके

अनमोल फाउंडेशन रायपुर व सिटीजन कंज्यूमर एंड सिविक एक्शन ग्रुप चेन्नई के संयुक्त तत्वावधान में होटल किंग्सवे रायपुर में *विद्युत उपभोक्ताओं के सशक्तिकरण* विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें रायपुर के व्यापारी, औद्योगिक समूह के प्रतिनिधि, मीडिया प्रतिनिधि व घरेलू उपभोक्ता के साथ- साथ शासकीय विभागों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए  । 
स्वागत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अनमोल फाउंडेशन के निदेशक संजय शर्मा जी ने क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने का अनुरोध करतें हुए । विद्युत उपभोक्ताओं के अधिकार पर विस्तार से जानकारी प्रदान की साथ ही विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के सम्बंध में जानकारी और समस्याओं से निजात पाने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग पर बल दिया । उन्होंने वैश्विक परिपेक्ष्य में की जा रही चिंताओं से लोगों को अवगत कराते हुए कहा कि इन समस्याओं से हम सब मिलकर ही लड़ सकते हैं अकेले कुछ भी सम्भव नही । 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्रेडा के सलाहकार संजीव जैन ने पीएम सूर्य घर योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि आने वाले समय मे यही भविष्य की सुरक्षा करेगा । शहर में बढ़ती गर्मी की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए उदाहरण देकर समझाया कि अगर हम छोटे छोटे प्रयास करें तो काफी हद तक समस्या पर नियंत्रण पा सकते है । जैसे अगर तापमान कम करना हो तो अपने घरों के छत को सफेद पेंट से पेंट करा दे तो घर का तापमान 7 से 8 डिग्री कम हों जाता है । 
कार्यशाला को संबोधित करते हुए कैग चेन्नई के विद्युत आडिट विशेषज्ञ किरुबाकरण ने बताया कि किस तरह के विद्युत उपकरणों का प्रयोग कर हम ऊर्जा को बचा सकते है । उन्होंने तमिलनाडु के कई सफल कहानियों का उदाहरण देकर समझाया । हैजल जी ने महिलाओं से अपील की की किचन में कम से कम विद्युत का उपयोग इसको सुनिश्चित करें महिलाएं चाह लेंगी तो यह सम्भव है कि घर के विजली बिल में कमी लजे सकती हैं । 
कंफ्डरेशन आफ इंडिया ट्रेडर्स फोरम के अध्यक्ष जितेन्द्र दोषी जी ने कार्यक्रम के आयोजन की सराहना की और पर्यावरणीय सुरक्षा तथा खनिज संपदा के बचत को ध्यान में रखते हुए विद्युत संरक्षण की बात कही तथा हर सम्भव मदद का आश्वासन भी दिया । 
प्रकृति की ओर संस्था के संस्थापक मोहन वारल्यानी जी ने जोर देते हुए कहां की जंगल, पानी व जलवायु परिवर्तन को रोकना है सुरक्षित रखना है तो हमे इस दिशा में मिलकर काम करना होगा । स्पर्श सामाजिक संस्थान के पुरुषोत्तम चंद्राकर जी ने विद्युत उपभोक्ता मंच तैयार करने और एक मजबूत संघ के गठन की बात रहते हुए बताया कि समस्याओं का निदान मिलकर ही सम्भव है जब तक हम एकजुट नही होंगे हम बड़े मुद्दों पर असरदार परिणाम नही लजे पाएंगे । निदान संस्थान के सुरेश शुक्ला जी ने लोगों को ऊर्जा के बचाव की छोटे छोटे प्रयासों को बताया और कहा कि हम इससे बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं । 
घरेलु कामगार महिला संगठन की सपना ने कहा कि इस कार्यक्रम को छोटे छोटे वार्डों व मोहल्लों में बैठकों के माध्यम से किया जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी हो सके । 
अंत मे कैग चेन्नई के भारत राम जी ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया  व मिलकर सतत कार्य करने का आश्वासन दिया ।

Monday, 18 March 2024

विद्युत उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों को जानने का हक

आज रायपुर स्थित होटल ग्रांड अर्जुन में CAG चेन्नई व अनमोल फाउंडेशन रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में *भारत में बिजली प्रशासन के लिए स्टैकहोल्डर भागीदारी में सुधार करके स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण में तेजी लाना* विषय पर विद्युत उपभोक्ताओं की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । 
उक्त कार्यशाला में बतौर अतिथि CREDA छत्तीसगढ़ से सलाहकार श्री संजीव जैन जी व दुर्गा महाविद्यालय से प्रो. सुनीता चंसोरिया जी , श्री मोहन वारत्यानी जी संस्थापक *प्रकृति की ओर* तथा श्री भरत राम CAG चेन्नई शामिल हुए । 
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए अनमोल फाउंडेशन के निदेशक श्री संजय शर्मा में अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत के साथ किया ।

उसके पश्चात संजय शर्मा जी ने विद्युत सेक्टर में उपभोक्ताओं की समस्याओं पर ध्यान दिलाते हुए अनमोल फाउंडेशन के कार्यो को विस्तार से बताया तथा कार्यशाला के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए  *बिजली बिल, टैरिफ, समस्याओं के निराकरण के लिए CSEB की ढांचागत व्यवस्था ,विद्युत नियामक आयोग* के सम्बंध में चर्चा करते हुए जानकारी दी व अतिथियों के सम्बंध में जानकारी साझा की । 
प्रकृति की ओर से मोहन जी ने चर्चा करते हुए कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहां की उपभोक्ताओं के लिए यह एकदम नया है ! इस कार्यक्रम से उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के बारे तथा विद्युत विभाग से सम्बंधित जानकारी हाशिल होगी । 
CREDA के संजीव जैन जी ने प्रतिभागियों को सोलर ऊर्जा की योजनाओं व उनका लाभ कैसे लिया जा सकता है । पीएम सूर्य घर योजना , कुसुम योजना के सम्बंध में व्यापक जानकारी दी साथ ही उन्होंने विद्युत बिल व टैरिफ का निर्धारण कैसे होता है उसके बारे में बताया साथ ही उपभोक्ता अपने शिकायतों के निराकरण के लिए विद्युत उपभोक्ता फोरम जा सकते है जिसके शिकायत के तरीके व सुनवाई कैसे होती है उसकी जानकारी साझा की । सौर्य ऊर्जा का लाभ कैसे ले सकते है अपने घरों में सोलर कैसे लगवा सकते है और उसके लिए शासन कितना छूट देती है उसके बारे में जानकारी दी गई । 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दुर्गा महाविद्यालय की प्रो सुनीता चंसोरिया जी ने स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए स्कूलों व विद्यार्थियों को कैसे जोड़कर उपभोक्ताओं को जागरूक कर सशक्त बनाया जा सकता है । इसके बारे में जानकारी दी गई । CAG चेन्नई के श्री भरत राम जी द्वारा CAG का कार्यो को विस्तार से बताते हुए उपभोक्ताओं के लिए जो कार्य किए जा रहे है उनके बारे में जानकारी दी गई जिसमें उपभोक्ताओं के शिकायत व निराकरण का डाटा व प्रक्रिया साझा किया गया । 
इसके साथ ही विद्युत नियामक आयोग ,विद्युत वितरण कंपनी के कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए  अन्य राज्यों में टैरिफ, बिल व कनेक्शन लेने में आने वाली Wouldn't  के बारे में जानकारी दी गई । 
प्रतिभागियों की ओर से भी टेम्परेरी कनेक्शन को कैसे नियमित कनेक्शन में बदलाव कर सकते है आदि इस तरह के प्रश्न उठाए गए । जिनका उत्तर अतिथियों ने दिया वे संतुष्ट हुए । 
अन्य में संजय शर्मा जी द्वारा अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया गया । 
कार्यक्रम में स्वैच्छिक संस्थाओं, व्यापारिक प्रतिष्ठान व घरेलू उपभोक्ता शामिल हुए ।

Sunday, 4 February 2024

अचानकमार क्षेत्र में दस वर्षों से नशा मुक्ति अभियान चला रही जे एस एस

जन स्वास्थ्य सहयोग गनियारी बिलासपुर द्वारा अचानकमार टाइगर रिजर्व अभ्यारण अंतर्गत मुंगेली जिले के अतरिया ग्राम में नशा मुक्ति अभियान के 10 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । उक्त कार्यक्रम में मुझे भी शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ । 
समाज को सामाजिक दृष्टि से, स्वास्थ्य की दृष्टि से , आर्थिक शसक्तीकरण की दृष्टि से या महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा की दृष्टि से नशा मुक्त समाज बहुत ही जरूरी है । नशा पूर्ण शराबबंदी से कठोर कानून बनाकर किया जा सकता है । लेकिन अगर सरकार इस दिशा में नही विचार कर रही तो दुआरा विकल्प स्वंय वही व्यक्ति है जो शराब का सेवन करता है । ऐसे व्यक्ति जीवन से प्यार नही करते अपने आपसे प्यार नही करते अपने परिवार समाज से प्यार नही करते है । शर्म व झिझक खत्म हो जाती है । अगर इनमें ये सब जिंदा कर दिया जाए तो शराब अपने आप छोड़ देगा । ऐसा मेरा मानना है । 
जन स्वास्थ्य सहयोग का यही प्रयास है कि उन्हें किसी काम मे व्यस्त किया जाए और उनके आसपास अच्छे लोगों की टीम तैयार की जाए जो उन्हें मजबूत बनाए विचारों से काम से । इसके लिए ग्राम -ग्राम में नशामुक्ति समिति का गठन कर लोगों को प्रेरित किया जा रहा है । जो कि सराहनीय है । पिछले 10 वर्षों में 15 ग्रामों तक पहुँच चुके है और समिति से सीधे 300 से ज्यादा लोग जुड़े है जो अभियान को आगे बढ़ा रहे है और सिर्फ अभियान को आगे ही नही बढ़ा रहे बल्कि आजीविका को भी सशक्त कर रहे हैं। 
इस कार्यक्रम में जन स्वास्थ्य सहयोग के डॉक्टर गजानन जी डॉक्टर परिहार जी, डॉक्टर पंकज जी, श्री अनिल बाम्हने जी, अन्य स्वैच्छिक संस्थाओं से ज्ञानधार शास्त्री जी, चंद्रकांत जी, दीपक जी , नर्मदा जी , इतवारी बैगा जी व शासकीय विभागों व स्कूलों से शिक्षकगण भी शामिल हुए । 

भाटापारा में चिराग द्वारा सामुदायिक गतिशीलता कार्यक्रम आयोजित

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नई दिल्ली एवं  छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के सहयोग से  चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी अम्बिकापुर द...