मक्के का सीजन चल रहा है, बड़े किसान पहले ही इसकी खेती शुरू कर दिए थे । सुविधा सम्पन्न कृषक हैं वे पहले खेती किए थे उनके फसल तैयार हो गए हैं और बाजार में बिकने आ गए ।
लेकिन हमारे जो लघु कृषक हैं जिनके पास सुविधाओं का आभाव है वे अब मक्के किए फसल लगाए हैं।
अभी पौधे छोटे - छोटे है तभी पत्ते पर कीड़े लग गए है वे पत्ते खा जा रहे । चिंतित किसान के साथ मीटिंग कर उन्हें जैविक दवाइयों निमाष्ट, बर्माष्ट आदि के बारे में जानकारी दी और उनकी मदद करने के लिए अपने सहयोगी को कहा।
चूंकि किसान पूरी फसल जैविक तरीके से की है तो रासायनिक दवाइयां नही बता सकते ।
वैसे भी हम जैविक खेती को ही बढ़ावा देते है । जहर मुक्त खेती हो ऐसा हम अपने से जुड़े किसानों को तैयार कर रहे हैं।
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