बच्चों से बातें करना, उनकी भावनाओं को समझना, उन्हें मानसिक व शारिरिक विकास के लिए प्रेरित करना ।
जब फालो करेंगे तब आप वह गतिविधि करें जो उनके शारिरिक व मानसिक विकास के लिए जरूरी हैं ।
यह भी जरूरी है कि कौन बच्चा किस चीज में रुचि ले रहा हैं उसे उसी काम के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
जब हम हर वक्त पढ़ाई पढ़ाई की ही बातें करते हैं तो बच्चे बोर हो जाते हैं और रुचि कम लेते हैं।
हमे उनके पढ़ाई को रुचिकर बनाने के लिए खेल या मनोरंजन को जोड़कर शिक्षा देनी चाहिए ।
आजकल स्कूलों में यह पद्धति अपनाई जा रही है जो कि सराहनीय है ।
शिक्षक और बच्चे के का जुड़ाव बहुत महत्वपूर्ण है बच्चे भविष्य को बेहतर बनाने में
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