Thursday, 17 October 2013

कोयला सत्याग्रह की तैयारी जोरो पर

गारे गाव से शुरू होंने वाले कोयला सत्याग्रह के लिए पुरे देश भर से सामाजिक कार्यकर्ताओ का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है| वर्त्तमान में गुजरात , उड़ीसा , आंध्रा , तमिलनाडू , के लोग रायगढ़ पहुच चुके है , जबकि दिल्ली और मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं के रास्ते में होने की खबर थी |
ख़ास बात यह है की गारे में शुरू हो रहे कोयला सत्याग्रह में शामिल होने के लिए अंगुल से भी आदिवासी समाज के लगभग २० लोग पहुचे है | सुंदरगढ़ से लगभग दो सौ लोगो के दो अक्टूबर के दिन आने की तैयारी है | इन सभी कार्यकर्ताओं के लिए भोजन और रहने की व्यवस्था गारे गाव के ग्रामीणों की ऑर से की जा रही है | इन हालात में हर ग्रामीण अपनी शक्ति के अनुसार चावल , दाल , सब्जी सहित अन्य खाद्य पदार्थो को चंदे में जमा कर रहे है | कोयला सत्याग्रह के अनुसार ग्रामीण हमारी जमीन हमारा कोयला की तर्ज पर दो अक्टूबर को दांडी मार्च की तर्ज पर गारे मार्च को शुरू करने वाले है |
इसके अनुसार तमनार बीलाक के लगभग १५ से १८ गावो के ग्रामीण खुद से कोयला खोदकर निकालेंगे | यह सांकेतिक विरोध है| इसमे कोयला कानून को तोड़ने की तैयारी की जा रही है | वर्त्तमान में नियमो के अनुसार खनन का कार्य वही करेगा जिसे सरकार से लीज मिला होता है | किसानो का खाना है की उनकी जमीन को लीज सरकार किसी और को कैसे दे सकती है वह भी उनकी पुश्तैनी जमीन को छीन कर |

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