बिलासपुर जिले में कार्यरत स्वैच्छिक संस्थाओं की महुआ होटल में आयोजित बैठक में मुझे (संजयशर्मा निदेशक अनमोल फाउंडेशन ) भी शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ यह अवसर देने के लिए सभी साथियों को धन्यवाद ।
बैठक का मुख्य उद्देश्य बिलासपुर जिले में कार्यरत स्वैच्छिक संस्थाओं को एक मंच पर लाना, वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा व मिलकर समाधान के रास्ते निकालना । इस पर व्यापक चर्चा की गई और लगातार बैठने के निर्णय साथ समस्याओं पर मिलकर समाधान करने का निर्णय लिया गया । बैठक का आयोजन MSKPP की निदेशक श्रीमती हेमलता साहू जी द्वारा की गई ।
#networking
#Districtngosnetwork
#bilaspur
*जन जुड़ाव* अनमोल फाउंडेशन द्वारा संचालित एक ऐसा मंच है जो जमीनी स्तर किए जा रहे छोटे छोटे स्वेच्छिक प्रयासों की सफल कहानियों, शासकीय योजनाओं व जनहित से जुडी कानूनी जानकारियों को संग्रह कर प्रसारित करने हेतु तैयार किया गया है
Friday, 27 November 2020
Bilaspur: स्वैच्छिक संस्थाओं को मजबूत बनाने का निर्णय
Monday, 16 November 2020
Help us with the Anmol Foundation to help such farmers ................
Friday, 13 November 2020
COVID-19 के प्रभाव से बचाव में लोगों की मददगार साबित होती हर सम्भव फाउंडेशन
Wednesday, 11 November 2020
workshop of green action week concluded
Tuesday, 10 November 2020
Raipur- शेयरिंग कम्युनिटी कार्यशाला सम्पन्न
Friday, 30 October 2020
समर्पण अभियान को सफल बनाने राजनांदगांव पुलिस की पहल
Friday, 23 October 2020
पुलिस विभाग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों की मदद हेतु समर्पण अभियान शुरू
Wednesday, 21 October 2020
काम बोलता है *तालाब जो जीवित है*
#हमऔरहमारेकाम
सरगुजा जिले के ग्राम खजूरी में ग्राम अधिकार मंच व कासा के सहयोग से 2003 में कराए गए तालाब निर्माण आज भी पानी से लबालब भरे हुए है । यह तस्वीर कल की तस्वीर है । पहले इस तालाब से थोड़ी दूर पर एक घर था तालाब बनने के बाद यहां पर कई घर बन गए, लोगों के नहाने, पशुओं के पीने व खेतों में सिचाई के लिए इस तालाब से पानी का उपयोग करते है । साथ ही इस तालाब में मछली पालन भी गांव वाले करते है । मुझे व्यक्तिगत रूप से प्रसन्नता होती है जब लोग खुशी से बाते है इसके फायदे । हम और राकेश राय दिन रात लग कर इस तरह के हमने आसपास के गांवों में 8 तालाब का निर्माण किया था आज सभी तालाब सही सलामत है और उपयोग में आ रहे है । हर साल गांव के लोग श्रमदान कर गहरीकरण का कार्य स्वंय से करते है ।
संजय शर्मा
Sunday, 18 October 2020
विकासशील फाऊंडेशन के प्रयास से वनाधिकार पत्र मिला
पीएनबी कृषक प्रशिक्षण केंद्र का ग्राम सम्पर्क अभियान
Thursday, 15 October 2020
आत्मनिर्भरता की ओर महिलाओं ने बढ़ाया कदम
आस्था संगठन की महिलाएं आजीविका की सुरक्षा के साथ साथ पर्यावरण बचाने का भी संदेश दे रही है
ग्रीन आर्मी द्वारा गजराज बांध बचाने की मुहिम
Wednesday, 14 October 2020
"#हमऔरहमारेकाम"अभियान शुरू
अनमोल फाउंडेशन, जनजुड़ाव व 10 संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण सप्ताह मनाया गया
सदस्यता अभियान के तहत एक हजार से अधिक सदस्य बने - जन जुड़ाव
Saturday, 10 October 2020
ग्राम अधिकार मंच द्वारा करमहा में भूमि समतलीकरण
Friday, 2 October 2020
ग्राम अधिकार मंच सरगुजा के पदाधिकारियों की बैठक सम्पन्न
Sunday, 27 September 2020
ग्रीन एक्शन वीक ( जी ए डब्ल्यू) 28 सितम्बर से 4 अक्टूबर तक मनाया जाएगा
कोरोना महामारी के नकारात्मक प्रभाव को कम करने
के लिए सतत उपभोग अंतर्गत अभियान 28 सितम्बर से चलाया जाएगा, ग्रीन एक्शन वीक ( जी
ए डब्ल्यू) अक्टूबर के पहले सप्ताह ( 28 सितम्बर से 4 अक्टूबर 2020) तक प्रत्येक
वर्ष मनाया जाता है | स्थाई खपत को बढ़ावा देने के लिए यह एक वैश्विक अभियान है
जिसे भारत के अलावा आफ्रीका,एशिया, यूरोप,उत्तर और दक्षिण अमेरिका के 40 देशों के
लगभग 60 संगठन इस वर्ष इस अभियान में भाग ले रहे है | ग्रीन एक्शन वीक स्वीडिश
सोसाइटी फार नेचर कंजर्वेशन (SSNC) द्वारा एक पहल
है जिसे कट्स इंटरनेशनल संस्था
द्वारा भारत द्वारा में संचालित किया जा रहा है |
इस अभियान का विषय “ समुदाय का साझाकरण 2020 ” है
| वर्ष 2018 से इस अभियान के तहत हमारे देश की सहयोगात्मक व आपस में लेने करने की
संस्कृति को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से केन्द्रित किया गया | इस वर्ष सहयोग
व साझाकरण के माध्यम से लोगों के बीच अभियान के उन तरीकों पर चर्चा कर क्रियान्वित
करेंगे जो सामान व सेवाओं के लिए स्थाई पहुँच ला सके |
इस महामारी के प्रकोप के कारण स्थाई उपभोग पर गंभीर व नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है | महामारी ने प्लास्टिक की खपत में जबरदस्त वृद्धि की है जैसे मास्क, दस्ताने,फेस शील्ड,पीपीई किट,सेनेटाईजर बोतल आदि के बढ़ाते उपयोग के कारण भारत में सिंगल उपयोग प्लास्टिक ने बड़ी वापसी की है | 2020 में प्लास्टिक कचरा 9.4 मिलियन टन होने की उम्मीद है | चूंकि काम और शिक्षा आनलाइन हो गई है जिससे इलेक्ट्रानिक उपकरणों में बेतहाशा वृद्धि हुई है | केरल राज्य में लेपटाप की बिक्री में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और राजस्थान में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है | यह अनुमान है कि भारत 2021 तक 5.2 मिलियन टन कचरा उत्पन्न करेगा | सार्वजनिक वाहनों की कमी और भौतिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग ) मानदंडों के कारण निजी वाहनों का उपयोग पूर्व महामारी के स्तर से अधिक हो गया है | जैविक उत्पादों के उपादन और खपत में 70 से 80 % की वृद्धि हुई है, क्योकि उपभोक्ता प्रतिरक्षा को वायरस से लड़ने के लिए गोला बारूद मानते है | कट्स इंटरनेशनल के निदेशक श्री जार्ज चेरियन के मुताबिक़ इस वर्ष अभियान इन मुद्दों में से कुछ को संबोधित करने पर ध्यान केन्द्रित करेगा |
ग्रीन एक्शन वीक अभियान के संचालन के लिए कट्स इंटरनेशनल 12 राज्यों में 12 संगठनो के माध्यम कर रहा है जिन राज्यों में यह अभियान संचालित किया जा रहा है उनमें छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, असम, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, कर्नाटका,तमिलनाडु और केरल शामिल है |
कट्स इंटरनेशनल के निदेशक श्री चेरियन जी ने
बताया कि यह अभियान स्थाई उपभोग पर काम करने वाले संगठनो का एक नेटवर्क बनाने में
मदद करेगा और रिकवरी योजनाओं के लिए सामूहिक वकालत को मजबूत करेगा जो वर्तमान रुझानो
को उलट देगा और खपत के पैटर्न को अधिक टिकाऊ भविष्य की ओर बदल देगा |
छत्तीसगढ़ में अभियान का संयोजन श्री संजय शर्मा जी द्वारा किया जाएगा |
Green Action Week (GAW) to be observed from Sept. 28 to Oct. 4
Campaign to focus on addressing
the negative impact of Pandemic on Sustainable Consumption
Sept. 28, 2020
Green Action Week (GAW), observed each
year during the first week of October (Sept 28-Oct. 4, 2020), is a global
people’s campaign to promote sustainable consumption. Around 60 organisations
in 40 countries in Africa, Asia, Europe, North- and South America are
participating in the campaign in 2020. Green Action Week is an initiative by
the Swedish Society for Nature Conservation (SSNC) and is carried out in India
coordinated by CUTS International, a global consumer advocacy group,
headquartered in Jaipur.
“Sharing Community” is
the theme for the campaign in 2020. Since 2018, campaign has focused on
encouraging cultures of sharing and collaboration. This year campaign will
discuss and implement ways that can bring more equal and sustainable access to
goods and services for the befit of the people and the planet, through sharing
and collaboration.
“This year’s campaign is positioned in
the context of the pandemic, which has severe negative impact on sustainable
consumption. The pandemic had resulted in
tremendous increase in plastic consumption; single-use plastic has made a big
comeback in India due to increased use of masks, gloves, face shields, PPE
kits, sanitizer bottles etc. The
plastic waste is expected to be 9.4 million tons in 2020. Since work and
education had gone online, use of electronic gadgets increased tremulously,
sale of laptops in the state of Kerala itself increased by 400 percent and in
Rajasthan increased by 200 percent. It is estimated that India will generate 5.2 million
tons of e-waste by 2021. Use
of personal vehicles, due to lack of public transport and physical distancing
norms, increased to more than the pre pandemic levels. There is 70-80% increase
in the production and consumption of organic products, as consumers consider
immunity as ammunition to fight the virus. This year the campaign will focus on
addressing some of these issues, said George Cheriyan, Director, CUTS International.
CUTS International is partnering and
supporting 12 organisations in 12 states, for conducting GAW campaign. The partnering
states are: Delhi, Uttar Pradesh, Uttarakhand, Chhattisgarh, Madhya Pradesh,
Assam, Odisha, Andhra Pradesh, Karnataka, Tamil Nadu and Kerala in addition to
Rajasthan. This will help in creating a network of organisations working on
sustainable consumption and strengthen the collective advocacy for rebuilding recovery plans that will reverse current trends
and change the consumption patterns towards more sustainable future, said Mr. Cheriyan.
Sanjay
Sharma
State Convener
Green
Action Week 2020
Sector-3, DDU Nagar Raipur C.G.
Mobil-9754332440
Saturday, 26 September 2020
क्षणिक मुलाकात ने ही प्रभावित कर दिया
Tuesday, 22 September 2020
MHH विषय पर प्रशिक्षण वेबीनार
Friday, 28 August 2020
सिरकोतंगा में वरिष्ठ नागरिकों को इम्युनिटी बूस्टर वितरित
Tuesday, 25 August 2020
वरिष्ठ नागरिकों को इम्युनिटी बूस्टर वितरित किया
Friday, 21 August 2020
पर्यावरण जागृति हेतु चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
बच्चो ने दिखाई चित्रकला के माध्यम से प्रदूषण की चिंता - पर्यावरण प्रदूषण
Thursday, 20 August 2020
पर्यावरण सप्ताह के तहत वृक्षारोपण अभियान संपन्न
पर्यावरण जागरूकता हेतु पर्यावरण सप्ताह का आयोजन
कार्यक्राम को राज्य स्तर पर संयोजन सुश्री वैशाली डडसेना, सुश्री रूमाना खान, सुश्री अनुभूति चंद्राकर, सुश्री दीपांजली पाटले, सुश्री प्राची उपाध्याय व डाली टंडन कर रही है राज्य में अलग अलग जिलों में सहयोगी स्वैच्छिक संस्थाओं में श्रीमती ज्योति गुप्ता तेजस्विनी फाउंडेशन भिलाई,श्री दौलत राम कश्यप व श्री चन्द्रकांत आस्था समिति कबीरधाम, श्री राकेश राय ग्राम अधिकार मंच सरगुजा, विनय सोनी (NV) बलरामपुर व योगेन्द्र प्रताप सिंह राजनांदगांव मिलकर अभियान को आगे बढ़ा रहे है |
कार्यक्रम में हिस्सा लेकर बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को अनमोल फाउंडेशन की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा | प्रतियोगिता में सभी वर्ग के साथी भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते है बच्चो व् युवाओं को प्रकृति से जोड़ने के लिए संस्था विशेषकर भागीदारी कर रही है |
Tuesday, 18 August 2020
नई उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 की कुछ मुख्य बातें
देश
का हर नागरिक एक उपभोक्ता है यह सब जानते है उपभोक्ताओं का शोषण भी बहुत होता है
और वे चुपचाप रहते है कुछ कर नही पाते यही स्थिति को देखते हुए | उपभोक्ताओं को
शोषण से बचाने उन्हें न्याय दिलाने हेतु शासन ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनयम सबसे
पहले 1986 में बनाया जिसके तहत जिले राज्य व केन्द्रीय स्तर पर जिला उपभोक्ता
फोरम, राज्य उपभोक्ता आयोग व केन्द्रीय उपभोक्ता अथारिटी के माध्यम से लोगों को
उनके हित के लिए न्याय दिलाने की व्यवस्था बनाई गई थी जिसके माध्यम से लोग अपने
अधिकारों के लिए आवाज उठाकर न्याय ले पा रहे थे | लेकिन जैसा की सभी जानते है
न्याय पाना इतना आसान नही होता आज भी लोग पुरी प्रक्रियाओं को नही समझते या यूँ
कहे कि उपभोक्ता अधिनियम के सम्बन्ध में जितनी जागरूकता होनी चाहिए थी उतनी
जागरूकता नही थी और जो जागरूकता थे वे भी कठिन व समय लेने वाली प्रक्रियाओं के
चलते उसका लाभ लेने से बचते रहे जिसका फायदा व्यापारी वर्ग हमेशा उठाता आया और आज
भी उठा रहे है |
नई
उपभोक्ता संरक्षण कानून के आने से सवाल बहुत सारे उठ रहे है स्वाभाविक है सवाल उठना
क्या नया कानून सही समय पर न्याय दिला पाएगा ? क्या आम आदमी भी आसानी से न्याय पा
सकेगा ? क्या लोग नए कानून को जान सकेंगे इसका लाभ ले सकेंगे आदि बहुत से सवाल मन
में उठ रहे है इसी परिपेक्ष्य में हम इसे संक्षेप में समझाने का प्रयास करते है ?
नई
तकनीकों के आने से खासकर जब ई कामर्स बाजार में आया और धीरे धीरे करके एक बड़ा
बाजार बन कर उभरा तब उपभोक्ता कानून में संसोधन की आवश्यकता महसूस होने लगी | वही
दुसरी ओर मिलावटखोरी धोखाधड़ी के कारण भी कानून को सख्त करना व उपभोक्ताओं के लिए
सरल करना जरुरी समझा जाने लगा ताकि उपभोक्ता न्याय के लिए भटकता न रहे |
नई
उपभोक्ता संरक्षण कानून का उद्देश्य – उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा, अनुचित
व्यापारिक गतिविधियाँ, भ्रामक विज्ञापनों और उपभोक्ता अधिकारों के उल्लघन को
देखेंगे |
नई
उपभोक्ता कानून की कुछ विशेष बातें जो इस प्रकार है
नई
उपभोक्ता संरक्षण कानून 2019 बनाया गया जिसे 20 जुलाई 2020 को लागू किया गया, अभी
इस कानून को लेकर ज्यादा जागरूकता नही हो पाई है क्योकि कोरोना महामारी के समय में
इसे लागू किया गया है और इस समय सारा देश कोरोना संक्रमण से निपटने में लगा हुआ है
| कोरोना महामारी के दौरान ही बहुत सारी शिकायते आ रही है व्यापारियों के मनमाने
कीमत वसूलने के इन सबके बीच इस कानून का आना उभोक्ताओं के लिए राहत है ऐसा
विशेषज्ञ सब मान रहे है : –
इस
कानून से उपभोक्ता कि शिकायत का त्वरित निवारण होगा,
आनलाइन
कारोबारी अब उभोक्ताओं के हित की अनदेखी नही कर सकेंगे |
भ्रामक
विज्ञापन पर सख्त कार्यवाही हो सकेगा,
भ्रमित
करने वाले विज्ञापन और सेलेब्रेटी इंडोर्सस पर भी सरकार रोक लगाएगी
भ्रामक
विज्ञापन पर धारा 2 (28) के तहत 10 लाख रुपए तक का जुर्माना लगा सकता है
किसी
भी उपभोक्ता अदालत में मामला दर्ज किया जा सकेगा,
विवादों
का निपटारा तत्काल प्रभाव से किया जा सकेगा इसके निपटारे के लिए मध्यस्तता की बात
भी गई है |
उपभोक्ता
अदालत के साथ – साथ केन्द्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) के गठन का
प्रावधान रखा गया है |
जिला
कंज्यूमर फोरम / जिला कमीशन में 1 करोड़ रुपए तक के प्रकरण दाखिल होंगे
राज्य
आयोग में 1 करोड़ से 10 करोड़ रुपए तक के प्रकरण दाखिल हो सकेंगे और
10
करोड़ से उपर के सभी प्रकरण केन्द्रीय प्राधिकरण में दाखिल हो सकेंगे
संजय
शर्मा
निदेशक
अनमोल
फाउंडेशन
Friday, 14 August 2020
स्वतंत्रता दिवस पर सन्देश- संजय शर्मा
साथियों हम सब मिलकर आज 15 अगस्त 2020 को भारत वर्ष यानि कि अपने देश की आजादी की 74वीं वर्षगांठ मना रहे हैं | प्रत्येक वर्ष हम इस आजादी के दिन को त्योहार की तरह काफी उत्साह व हर्षोल्लास के साथ मनाते आएं है | इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है | हम सब देश की रक्षा व अखंडता हेतु कोरोना वाइरस को हारने हेतु स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आजादी का जश्न भी मना रहे है |
आज से 74 वर्ष पूर्व अंग्रेज हम पर शासन कर रहे थे कई आंदोलनों व लड़ाई लड़ने के बाद यह आजादी हमे मिली है | हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिए है तब यह आजादी हमे मिली है | हमारे पूर्वजों के त्याग संघर्ष व बलिदान के कारण हमे आजाद भारत में जन्म लेने का अवसर मिला है | हमारा दायित्व बनता है कि देश को विकास की दिशा में आगे ले जाने में हम भी दिल से भूमिका निभाएं |
हम आज जन जुड़ाव के फेसबुक पेज में लाइव आने के लिए मन में एक ही सवाल था कि बचपन में हम कैसे 15 अगस्त माने थे, इस दिन स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों में ध्वजारोहण किया जाता है. अपने स्कूलों व कालेज के दिनों में सुबह सुबह बिना किसी के उठाए जल्दी उठाना तैयार होकर स्कुल कालेज में पहुचना झंडा फहराना, स्काऊड के रूप में भी मै शामिल होता रहा, जब शरीर स्काउट की ड्रेस होती थी तो अपने आप जवानों सा जज्बा भर जाता था परेड ग्राउंड में खड़े – खड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम,शासकीय विभागों द्वारा प्रदर्शित झलकियाँ आदि कार्यक्रम देखते रहते | इस अपने आप दिन गर्व से सीना चौड़ा जाता रहा है जब देश भक्ति गीत कानों में गूंजती है तो अपने आप गाने के बोल जबान पर आ जाते है और जोश भर जाता है |
आज जब आजादी के इस जज्बे को याद करते है तो मन उमंग से भर जाता अब जब आजादी के सिपाहियों उनके कुर्बानियों को याद कर देश के लिए कुछ करने को मन होता है | अब हम आजाद है लेकिन देश को अभी हम सबकी जरूरत है विकास के नजरिए से |
आज देश में कोरोना संक्रमण से निपटने में सहयोग की जरुरत है, पर्यावरण की सुरक्षा, देश की जैव विविधता को बनाए व बचाए रखने की, हमारी संस्कृति व परम्परा को सहेजने की, हमारी प्राकृतिक धरोहरों को सुरक्षित रखने की | इससे भी अधिक उन सभी भाइयों को साथ लेकर चलने की जो आर्थिक दृष्टि से, सामाजिक दृष्टि से या शिक्षा की दृष्टि से पीछे रह गए है उन्हें भी साथ लेकर चलना हमारा कर्तव्य व दायित्व बनता है | आइए आज संकल्प ले देश के विकास में पूर्ण सहभागिता व सहयोग करेंगे
जय हिन्द
संजय शर्मा
भाटापारा में चिराग द्वारा सामुदायिक गतिशीलता कार्यक्रम आयोजित
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नई दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति रायपुर के सहयोग से चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी अम्बिकापुर द...
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जमीनी स्तर पर कार्यरत स्थानीय स्वैच्छिक संस्थाओं की चुनौतियां -भारत में सदियों से सेवा भाव का स्वरुप इतिहास में पढ़ने को मिलता है, जब देश आजा...
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औद्योगिक क्रांति के नाम पर जो जंगलों व वनों तथा नदी का संहार हो रहा है उससे तो लग रहा है कि इस भीषण गर्मी से राहत मिलने नामुमकिन है । हां तभ...
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आपने वृक्ष मित्र का सुना होगा, पर्यावरण या प्रकृति प्रेमी शब्द सुना होगा। अपने नदी प्रेमी भी सुना होगा लेकिन क्या आपने बांस प्रेमी का नाम सु...