बांस को भारत सरकार द्वारा खेती के रूप में लिया गया है। इसके लिए वित्तीय सहायता भी देने की योजना बनी बावजूद इसके बांस के काश्तकार पारम्परिक इंजीनियर संघर्ष कर रहे है ।
बांस के एक बढ़कर एक समान बनाते हैं हमारे गांव में रहने वाले पारधी व बंसोड़ समुदाय के लोग ।
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