कभी गांव के बगीचे की शान होती थी जामुन । उस समय हमारे पूर्वज हर चीज घर मे उपलब्ध हो इसके लिए फलदार वृक्ष खूब लगाते थे । जिससे पूरे परिवार को हर फल घर मे ही खाने को मिल जाए ।
देशी फल ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक होता है, ऐसा मेरा मानना है। औषधि विशेषज्ञ भी मानते ही होंगे । हमारे देश का हर फल औषधीय गुणों से भरपूर है ।
इसी फलों में एक फल जामुन भी है गांव में आम के 10 पेड़ होंगे तो 1 जामुन का जरूर होगा । इसकी संख्या कम क्यों होती थी ये तो पता नही । पर शायद पसंद न पसंद से होगा । या कोई और बात होगी यह अध्ययन का विषय जरूर होगा ।
परन्तु उन फलदार पौधों में जामुन होता जरूर था । अब संख्या कम होती जा रही है इसके कई कारण है जिन पर अलग से चर्चा करेंगे ।
अन्य फलदार पौधों की तरह जामुन में भी कई पोषक तत्व व औषधीय गुण है जो शरीर को फायदा पहुचाते है। विशेषज्ञ बताते हैं कि जामुन से ब्लड सुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। हृदय की अच्छा किया जा सकता है ।
पाचन क्रिया को बेहतर बना सकते हैं। वजन कम किया जा सकता है शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बधाई जा सकती है ।
शहरों में तो मिलता जरूर है लेकिन इतना महंगा की हर कोई इसे ले नहीं सकता ।
अनमोल फाउंडेशन गांव स्तर पर फलदार पौधों को लगाने पर जोर दे रही है ताकि लोगों की आजीविका के साथ साथ उनका स्वास्थ्य भी अच्छा हो सके ।
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